उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की नोएडा पुलिस (Noida Police) के एक एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं. 26 जनवरी की शाम पुलिस ने 25 हजार रुपए के इनामी शाहरुख को एनकाउंटर में गोली मारकर पकड़ा था. अब एक CCTV वीडियो सामने आया है, जिसमें नोएडा पुलिस शाहरुख को दिल्ली से सुरक्षित पकड़ती दिख रही है.
आरोप है कि पुलिस ने शाहरुख को नोएडा लाकर फर्जी एनकाउंटर में गोली मारी है. इन आरोपों पर नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है, हालांकि कोई अधिकारिक बयान देने के लिए तैयार नहीं है. उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व एडीजी अमिताभ ठाकुर ने भी इस एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए इसकी जांच की मांग की है.
CCTV फुटेज में क्या दिखा?
गौतमबुद्धनगर पुलिस के मीडिया वॉट्सएप ग्रुप पर 26 जनवरी की शाम 5.20 बजे एक सूचना प्रसारित की गई. बताया गया कि रबूपुरा थाने की पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी. इस दौरान करौली अंडरपास के पास जंगल में बदमाशों से मुठभेड़ हुई.
इसमें 25 हजार रुपए का इनामी शाहरुख पुत्र जब्बार निवासी त्रिलोकपुरी पैर में गोली लगने से घायल हो गया. पुलिस ने शाहरुख से एक तमंचा, 2 कारतूस और एक बाइक बरामद होना दिखाया. पुलिस के मुताबिक, शाहरुख शातिर लुटेरा है. इस पर नोएडा में लूट-चोरी के कई केस दर्ज हैं. रबूपुरा पुलिस ने 31 मार्च 2022 को गजेंद्र निवासी मिर्जापुर से हुई लूटपाट में शाहरुख पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था.
अब इस पूरे मामले में त्रिलोकपुरी का एक CCTV फुटेज सामने आया है. ये वीडियो एनकाउंटर से कुछ घंटे पहले का है.
वीडियो में दिख रहा है कि कथित तौर पर नोएडा पुलिस के कुछ लोग सादी वर्दी में आए और शाहरुख को उठाकर ले गए. पहले तो त्रिलोकपुरी में ये हल्ला मचा कि शाहरुख को किडनै किया गया. बात त्रिलोकपुरी थाने तक भी पहुंची.
बाद में पता चला कि शाहरुख को ले जाने वाली नोएडा पुलिस है. इसके कुछ घंटे बाद खबर आई कि नोएडा पुलिस के एनकाउंटर में शाहरुख को गोली लगी है. एनकाउंटर में जो पुलिसकर्मी शामिल रहे, उन्होंने उस वक्त वही सादे कपड़े पहने हुए हैं, जिस वक्त वे शाहरुख को दिल्ली से ले गए थे.
अमिताभ ठाकुर ने मानवाधिकार आयोग को पत्र भेजा
अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इस संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को शिकायत भेजी है. इसमें उन्होंने कहा है कि त्रिलोकपुरी से शाहरुख को कस्टडी में लेते वक्त और नोएडा में एनकाउंटर करते वक्त पुलिसकर्मियों के कपड़े एक जैसे हैं. इससे स्पष्ट है कि ये एनकाउंटर फर्जी है.
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