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पीएम मोदी के समर्थन में नारेबाजी के इस वीडियो का जहांगीरपुरी से नहीं है संबंध

वीडियो तो दिल्ली का ही है, लेकिन ये हाल का नहीं बल्कि 2019 का है जब दिल्ली में CAA के पक्ष में रैली निकाली गई थी.

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोग पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और पुलिस के पक्ष में नारे लगाते नजर आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो दिल्ली के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) में हाल में हुई एक रैली को दिखाता है. बता दें कि दिल्ली में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी.

वीडियो में दिख रहे लोग पुलिस और प्रशासन को लाठी-डंडों का इस्तेमाल करने के लिए कह रहे हैं

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हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि वीडियो तो दिल्ली का ही है, लेकिन ये हाल का नहीं बल्कि 2019 का है जब सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट (CAA) के पक्ष में रैली निकाली गई थी.

दावा

वीडियो शेयर कर एक यूजर ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर इशारा करते हुए लिखा, "लट्ठ के साथ साथ दिल्ली में भी एक बुलडोजर बाबा चाहिए".

वीडियो तो दिल्ली का ही है, लेकिन ये हाल का नहीं बल्कि 2019 का है जब दिल्ली में CAA के पक्ष में रैली निकाली गई थी.

पोस्ट का आर्काइव देखने के लिए यहां क्लिक करें

(सोर्स: स्क्रीनशॉट/फेसबुक)

कई यूजर्स ने इस दावे के फेसबुक और ट्विटर दोनों जगह शेयर किया है.

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पड़ताल में हमने क्या पाया

हमने वीडियो वेरिफिकेशन टूल InVID का इस्तेमाल कर वीडियो को कई कीफ्रेम में बांट और उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च किया.

हमें रिजल्ट में वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मिला जिसे फेसबुक पर 22 दिसंबर 2019 को पोस्ट किया गया था. इस वीडियो में लोगों को CAA के पक्ष में नारे लगाते देखा जा सकता है. इससे साफ होता है कि ये वीडियो उस रैली का नहीं है, जिसे हाल में जहांगीरपुरी में निकाला गया था.

इसके बाद, हमने वीडियो को ध्यान से देखने पर पाया कि इसमें Bhutani Sons और Bansals Boutique जैसी नाम वाली कई दुकानें दिख रही हैं. हमने गूगल मैप्स पर इन दुकानों को सर्च किया और पाया के ये दुकानें दिल्ली के लक्ष्मीनगर में मौजूद हैं, न कि जहांगीरपुरी में.

वीडियो तो दिल्ली का ही है, लेकिन ये हाल का नहीं बल्कि 2019 का है जब दिल्ली में CAA के पक्ष में रैली निकाली गई थी.

बाएं वायरल वीडियो, दाएं गूगल पर मौजूद फोटो

(फोटो: Altered by The Quint)

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यही वीडियो 2021 में भी किसानों के प्रोटेस्ट से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया गया था और क्विंट की वेबकूफ टीम ने तब इसकी पड़ताल की थी.

मतलब साफ है कि 2019 का पुराना वीडियो नई दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा से जोड़कर गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.

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(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं )

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