सोशल मीडिया पर बिहार सरकार (Bihar Government) के शिक्षा विभाग की तरफ से जारी किए गए नोटिस का बताकर एक दस्तावेज वायरल है. इस लिस्ट में 2024 में बिहार में होने वाली स्कूली छुट्टियों की लिस्ट है.
दावा : नोटिस को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बिहार में हिंदू त्योहारों की छुट्टियां घटाई गई हैं और मुस्लिम त्योहारों की छुट्टी बढ़ा दी गई हैं.
पर क्या ये सच है ? : ये दावा भ्रामक है. वायरल दावे के साथ शेयर हो रहा नोटिस बिहार के उर्दू स्कूलों को लेकर है. ये राज्य के सभी सरकारी स्कूलों पर लागू नहीं है.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : हमने शेयर किए जा रहे नोटिस को ध्यान से देखा.
नोटिस के पहले पैराग्राफ में साफ लिखा है कि छुट्टियों की ये लिस्ट उर्दू मीडियम सरकारी स्कूल और उन स्कूलों के लिए है जो खासतौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के लिए हैं.
अब आगे हमने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सर्कुलर से जुड़ी और जानकारी जुटानी शुरू की.
यहां से हमें बिहार शिक्षा बोर्ड के फेसबुक पेज पर 28 नवंबर को शेयर किया गया प्रेस नोट मिला.
नोट में लिखा है, ''यह हमारे संज्ञान में आया है कि सोशल मीडिया पोस्ट और अखबारों ने 2024 की छुट्टियों की सूची के बारे में भ्रामक बयान साझा किए हैं.''
नोट में आगे लिखा है, ''नियमित स्कूलों और उर्दू स्कूलों के लिए दो अलग-अलग छुट्टियों की सूचियां तैयार की गई हैं (नोटिस नंबर 2693 और नोटिस संख्या 2694)."
नोट में यह भी बताया गया गया है कि पिछले सालों की तुलना में छुट्टियों की कुल संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जो अभी भी 60 दिन है.
दूसरी लिस्ट का क्या ? : दूसरी लिस्ट से जुड़ी जानकारी खोजने पर हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें दोनों नोटिस थे.
तुलना करने पर ये पुष्टि हो रही है कि दोनों ही लिस्टों में छुट्टियों की संख्या बराबर है.
इस टेबल में साल 2024 की उर्दू मीडियम स्कूल और सामान्य स्कूलों की छुट्टियां हैं.
निष्कर्ष : ये दावा सच नहीं है कि बिहार में सभी सरकारी स्कूलों में हिंदू त्योहारों की छुट्टियां घटाकर इस्लाम धर्म से जुड़ी छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं.
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