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Fact Check: UCC के समर्थन के लिए BJP ने नहीं जारी किया ये फोन नंबर

यह नंबर 2024 के आम चुनावों के लिए BJP द्वारा शुरू किए गए एक अभियान के हिस्से के रूप में जारी किया गया था.

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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें कहा गया है कि लोगों को समान नागरिक संहिता (UCC) के लिए अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए एक फोन नंबर (9090902024) पर मिस्ड कॉल देनी होगी.

दावे में आगे कहा गया कि 4 करोड़ मुस्लिम और 2 करोड़ ईसाई पहले ही यूसीसी के खिलाफ वोट कर चुके हैं. इस पोस्ट में हिंदुओं से मिस्ड कॉल देकर यूसीसी का समर्थन करने का भी आग्रह किया गया है.

टीम वेबकूफ को हमारे व्हाट्सएप टिपलाइन पर इस वायरल दावे के बारे में एक प्रश्न प्राप्त हुआ था. हमने पड़ताल में पाया कि इसी तरह के दावे 2023 से ऑनलाइन हैं.

(समान दावों के आर्काइव यहां, यहां और यहां देखें जा सकते हैं.)

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सच्चाई क्या है?: इस फोन नंबर का यूनिफॉर्म सिविल कोड से कोई संबंध नहीं है और ना ही ऐसी कोई घोषणा की गई है. यह नंबर भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले अपने 'जन संपर्क से जन समर्थन' अभियान के हिस्से के रूप में जारी किया गया था.

हमनें सच का पता कैसे लगाया ?: हमने फोन नंबर को Google पर सर्च किया तो हमें बीजेपी के आधिकारिक X हैंडल से 9 जून 2023 को किया गया पोस्ट मिला.

इसे हिंदी में एक कैप्शन के साथ शेयर किया गया था जिसमें कहा गया था, "सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 9 साल! 'जन संपर्क से जन समर्थन' अभियान में शामिल होने के लिए, 9090902024 पर एक मिस्ड कॉल दें."

जब हमने आगे की पुष्टि के लिए नंबर पर मिस्ड कॉल दी, तो हमें एक संदेश मिला, जिसमें कहा गया था, "मोदी सरकार का समर्थन करने के लिए धन्यवाद. केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में अधिक जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें."

न्यूज रिपोर्ट्स: इंडिया टुडे में छपी एक रिपोर्ट में लिखा गया है कि बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले 9090902024 नंबर के साथ एक अनोखा 'मिस्ड कॉल अभियान' शुरू किया है.

  • इसमें आगे कहा गया कि यह संख्या सरकार के नौ साल और 2024 में आगामी चुनावों का प्रतिनिधित्व करती है.

विधि आयोग की अधिसूचना: भारत के विधि आयोग द्वारा एक डिस्क्लेमर जारी किया गया था जिसमें लोगों को UCC के संबंध में प्रसारित होने वाले धोखाधड़ी वाले व्हाट्सएप टेक्स्ट, संदेशों और कॉल के प्रति आगाह किया गया था. इसमें आगे कहा गया कि आयोग केवल आधिकारिक चैनलों के माध्यम से संचार करता है.

निष्कर्ष: इंटरनेट पर एक फर्जी पोस्ट शेयर कर, लोगों से समान नागरिक संहिता को लेकर समर्थन करने के लिए एक नंबर पर मिस्ड कॉल देने का अनुरोध किया जा रहा है. यह दावा भ्रामक है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 , या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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