सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स गलत तरीके से राष्ट्रगीत गाते दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये शख्स भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक रामेश्वर शर्मा है. और वीडियो 'हर घर तिरंगा' कैंपेन के तहत आयोजित रैली के दौरान का है.
इस वीडियो को कांग्रेस नेशनल स्पोक्सपर्सन रोहन गुप्ता और कांग्रेस माइनॉरिटी डिपार्टमेंट के कई नेताओं ने शेयर किया है.
भारत की आजादी के 75 साल पूरे हुए हैं. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने 'हर घर तिरंगा' कैंपेन शुरू किया था. उन्होंने देश के सभी नागरिकों से अपील की थी कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय ध्वज अपने-अपने घरों पर फहराएं.
उन्होंने नागरिकों से ये भी आग्रह किया था कि सोशल मीडिया पर अपनी डीपी के तौर पर देश के राष्ट्रीय ध्वज को लगाएं.
हालांकि, हमने पाया कि वीडियो हुजूर से विधायक रामेश्वर शर्मा का ही है. लेकिन, इसका 'हर घर तिरंगा' कैंपेन से कोई संबंध नहीं है, क्योंकि ये वीडियो 3 साल पहले यानी 2019 का है.
दावा
कांग्रेस नेशनल स्पोक्सपर्सन रोहन गुप्ता ने वीडियो शेयर कर कैप्शन में लिखा, ''मध्यप्रदेश भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा हर घर तिरंगा अभियान के दौरान राष्ट्रगीत सुनाते हुए ।"
वीडियो को कांग्रेस पार्टी से जुड़े दूसरे वेरिफाइड हैंडल जैसे महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस, मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव और कांग्रेस माइनॉरिटी डिपार्टमेंट ने भी शेयर किया है.
इनके साथ-साथ कई सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इस वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर शेयर किया है. इनमें से कुछ के आर्काइव आप यहां और यहां देख सकते हैं.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वायरल वीडियो के दाईं ओर सबसे ऊपर NewsTak का लोगो देखा जा सकता है. हमने न्यूज आउटलेट के नाम के साथ बीजेपी नेता के नाम का इस्तेमाल कर कीवर्ड सर्च किया. हमें 4 जनवरी 2019 का चैनल के यूट्यूब हैंडल पर पोस्ट किया गया वीडियो मिला.
वीडियो का टाइटल था, "BJP नेताओं का वंदे मातरम् सुनकर, छूट जाएगी हंसी."
वीडियो से संकेत लेकर, हमने कीवर्ड सर्च की तो हमें भोपाल के सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में बीजेपी नेताओं की एक प्रोटेस्ट रैली से जुड़ी कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं.
Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक, ये प्रोटेस्ट उस समय एमपी में कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के उस फैसले के विरोध में किया गया था, जिसमें सरकार ने राज्य सचिवालय में राष्ट्रीय गीत 'वंदे मारतम' गाने की प्रथा को बंद कर दिया था.
कमलनाथ ने बाद में स्पष्ट किया था कि ''प्रथा अभी कुछ समय के लिए स्थगित की गई है और इसे नए रूप में फिर से शुरू किया जाएगा.''
Times of India की रिपोर्ट के मुताबिक, रैली में शामिल बीजेपी नेता गीत नहीं गा पा रहे थे.
हमें शर्मा की ओर से 2 जनवरी 2019 को ट्विटर पर अपलोड किया गया एक वीडियो भी मिला. इसका कैप्शन था, ''वंदेमातरम होगा ही जब तक सांस चलेगी तब तक गाएंगे...कांग्रेस जिन्ना की चाल रही है. आतंकवाद के हाथों की कठपुतली बनकर नये विभाजन की लकीर खींच रही है, लेकिन ये देश शहीदों की शहादत जानता है. ये वल्लभ भवन इस पर फहराता हुआ तिरंगा उस आजादी का प्रमाण है.''
मतलब साफ है कि गलत तरीके से 'वंदे मातरम्' गाते एक बीजेपी विधायक का 3 साल पुराना वीडियो हाल का बताकर झूठे दावे से शेयर किया जा रहा है.
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