सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप शेयर हो रही है, जिसमें एक BSF जवान हंसमुख अंदाज में बात कहते दिख रहे हैं. वो कहते हैं ''जियो और जीने दो, जिंदगी का कोई पता नहीं है. आज कोई गोली मार देगा आज मर जाएंगे क्या पता? वो ही है जो अच्छा काम कर गया दुनिया याद करेगी, वो था मूंछ वाला''.
वीडियो के साथ एक शहीद जवान की फोटो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहा ये जवान शहीद हो गया है.
क्विंट की पड़ताल में सामने आया कि ये दावा सच नहीं है.ये वीडियो एक यूट्यूब ब्लॉगर ने 16 अगस्त 2022 को अपलोड किया था. जबकि वीडियो के साथ शेयर हो रहे शहीद जवान की फोटो साल 2019 से ही इंटरनेट पर है.
दावा
वीडियो शेयर कर पोस्ट में लिखा गया है, ''जियो और जीने दो इन देश के जवानों को दिल से कोटि कोटि नमन''.
पड़ताल में हमने क्या पाया
वीडियो को शेयर कर कैप्शन में 'जियो और जीने दो' लिखा जा रहा है. साथ ही, वीडियो में जवान भी यही कहते दिख रहा है. इसलिए, हमने इसी को कीवर्ड की तरह इस्तेमाल कर सर्च किया. हमें यूट्यूब पर वायरल वीडियो का बड़ा वर्जन मिला, जिसे Uttam Life Style नाम के यूट्यूब हैंडल पर अपलोड किया गया था.
वीडियो के टाइटल में किसी '0.2 PRASEN VLOGS' का भी जिक्र किया गया था. हमने यहां से संंकेत लेकर यूट्यूब पर '0.2 PRASEN VLOGS' को ही कीवर्ड की तरह इस्तेमाल कर सर्च किया.
हमें इसी नाम का एक यूट्यूब हैंडल मिला. जहां व्लॉगर ने वायरल वीडियो का फुल वर्जन 16 अगस्त को अपलोड किया था.
वीडियो टाइटल के मुताबिक ये वीडियो 15 अगस्त को इंडिया-बांग्लादेश बॉर्डर के पास शूट किया गया था. जिसमें एक बीएसएफ जवान के साथ बातचीत दिखाई गई है. 9 मिनट 53 सेकेंड के इस वीडियो में वायरल हिस्से को 6 मिनट 55 सेकेंड से देखा जा सकता है.
(तस्वीरें देखने के लिए दाईं ओर स्वाइप करें)
वीडियो में दिख रहे साइनबोर्ड्स से साफ पता चल रहा है कि ये वीडियो इस साल के स्वतंत्रता दिवस के मौके का है.
वीडियो के कमेंट सेक्शन में सबसे ऊपर व्लॉगर का कमेंट भी हमें दिखा. जिसमें उन्होंने बताया है कि वीडियो में दिखने वाले जवान वीरेंद्र शहीद नहीं हुए हैं. उन्होंने अपील भी की कि उनके वीडियो को गलत दावे से शेयर न करें.
इंटरनेट पर पहले से मौजूद है वायरल वीडियो में इस्तेमाल की गई फोटो
वायरल वीडियो में ऊपर जिस शहीद की फोटो का इस्तेमाल किया गया है. हमने उसका स्क्रीनशॉट लेकर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 'BARMER / बाड़मेर' नाम के एक फेसबुक पेज पर अपलोड की गई यही फोटो मिली.
कैप्शन के मुताबिक, ये फोटो जैसलमेर के शहीद राजेंद्र सिंह भाटी की है और 30 सितंबर 2019 की है. हालांकि, हम कैप्शन में बताए गए नाम से जुड़ी जानकारी के बारे में स्वतंत्र रूप से पता नहीं लगा पाए.
हम वायरल पोस्ट में दिख रहे दोनों लोगों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर पाए. लेकिन, ये तस्वीर सोशल मीडिया पर 3 सालों से मौजूद है, जबकि वायरल वीडियो अगस्त 2022 का है. मतलब साफ है कि वायरल दावा फेक है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9643651818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)