सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि बांग्लादेश (Bangladesh) में मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने चटगांव में गणपति पूजा पर रोक लगा दी है.
क्या है मामला ?: हालिया मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश के चटगांव में एक मस्जिद के पास गणेश चतुर्थी के जुलूस पर हमला किया गया. भगवान गणेश की मूर्ति पर गर्म पानी फेंका गया और भक्तों पर ईंटें फेंकी गईं, जिसमें दो लोग घायल हो गए.
क्या है दावे की सच्चाई ? : बांग्लादेश के चटगांव में गणपति पूजा समारोह पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का कोई सबूत नहीं है.
इसके अलावा, धार्मिक मामलों के सलाहकार डॉ एएफएम खालिद हुसैन ने चेतावनी जारी की थी कि पूजा स्थलों पर गड़बड़ी करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.
पब्लिक डोमेन में कोई जानकारी नहीं : टीम वेबकूफ ने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया, लेकिन हमें चटगांव में गणपति पूजा पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध की कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं मिली.
ढाका ट्रिब्यून में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, धार्मिक मामलों के सलाहकार डॉ एएफएम खालिद हुसैन ने चेतावनी जारी की थी कि पूजा स्थलों पर गड़बड़ी करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.
उन्होंने राजशाही डिविजन में सनातन समुदाय के लोगों से अपने त्योहारों को उत्साह और उमंग के साथ मनाने को कहा.
हुसैन ने कहा कि जो लोग पूजा स्थलों पर लोगों को परेशान करेंगे, उनके खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी.
गणपति पूजा के हॉल में तोड़फोड़: प्रोथोमालो की रिपोर्ट के मुताबिक, चटगांव शहर में गणपति पूजा के लिए बने एक हॉल में 7 सितंबर को कुछ उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की थी.
इसके बाद, हिंदू भक्तों ने तुरंत इलाके में विरोध मार्च निकाला. पुलिस और सेना के जवानों ने बाद में स्थिति को नियंत्रण में किया था.
दुर्गा पूजा को लेकर नए निर्देश: द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने लोगों से अनुरोध किया है कि अजान से पांच मिनट पहले और नमाज के दौरान दुर्गा पूजा से संबंधित कार्यक्रम को रोक दिया जाए.
निष्कर्ष: ये दावा सच नहीं है, क्योंकि हमें बांग्लादेश में गणपति पूजा समारोह पर आधिकारिक बैन की कोई रिपोर्ट नहीं मिली.
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