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हरियाणा: युवक के हाथ से धार्मिक झंडा लेने का वीडियो झूठे सांप्रदायिक दावे से वायरल

Fact Check: गांव के सरपंच ने बताया कि इस वीडियो में दिख रहे सभी लोग हिंदू हैं और इस मामले में कोई भी सांप्रदायिक एंगल नहीं है.

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें शोभायात्रा निकालते लोग दिख रहे हैं. वीडियो में एक शख्स को भीड़ के बीच आकर एक लड़के के हाथ से झंडा छीनते और फिर दो पक्षों में विवाद होते हुए भी दिख रहा है.

क्या है दावा?: वीडियो सांप्रदायिक दावे से शेयर कर दावा किया जा रहा है कि हरियाणा (Haryana) के पानीपत के सनौली में 'विशेष समुदाय' के शख्स ने शोभायात्रा के दौरान हनुमान जी का झंडा छीनकर फेंक दिया और हिंदुओं पर हमला कर दिया.

(ऐसे दूसरे पोस्ट के आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)

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सच क्या है?: ये वीडियो हरियाणा के पानीपत में मौजूद सनौली नाम के गांव का ही है, लेकिन वीडियो के साथ शेयर हो रहा दावा सच नहीं है.

  • रिपोर्ट्स के मुताबिक, जन्माष्टमी के दौरान निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान बजरंग दल के कुछ लोग झंडा लेकर धार्मिक नारा लगाने लगे.

  • इसके बाद, गांव के सरपंच ने, जो कि खुद हिंदू हैं, झगड़े का अंदेशा देखते हुए वो झंडा छीन लिया था.

  • खुद सनौली गांव के सरपंच संजय त्यागी ने भी वायरल दावे को झूठा बताया और कहा कि इसमें हिंदू-मुस्लिम एंगल का दावा गलत है.

हमने सच का पता कैसे लगाया?: दावे में ये वीडियो पानीपत के सनौली का बताया गया है. कीवर्ड सर्च करने पर हमें Amar Ujala पर 10 सितंबर को पब्लिश एक रिपोर्ट मिली.

  • रिपोर्ट में बताया गया था कि सनौली गांव में जन्माष्टमी के मौके पर झांकी निकालने के दौरान बजरंग दल के कुछ लोग झंडा लेकर आ गए और नारे लगाने लगे. ये तब हुआ जब ये झांकी विशेष समुदाय के क्षेत्र में पहुंची.

  • झगड़े का अंदेशा देखते हुए सरपंच संजय त्यागी ने उन लड़कों से झंडा ले लिया.

  • हमें Amar Ujala की 12 सितंबर की एक और रिपोर्ट मिली, जिसमें इसी घटना से जुड़ी आगे की जानकारी दी गई थी.

  • इस रिपोर्ट में बताया गया था कि सरपंच और बजरंग दल के लोगों ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी. और सरपंच से माफी मांगने को कहा था.

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क्या कहना है गांव के सरपंच का?: हमने गांव के सरपंच संजय त्यागी से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि जितने भी लोग वीडियो में दिख रहे हैं वो सभी हिंदू हैं और वहां कोई भी मुस्लिम नहीं था.

  • गांव में मंदिर के कमेटी वाले जन्माष्टमी के मौके पर परमिशन लेकर झांकी निकाल रहे थे. उसमें मैं भी साथ में था.

  • उन्होंने आगे बताया कि पीली टीशर्ट पहने जो शख्स सबसे पहले झंडा लेने के लिए आगे बढ़ता है वो गांव की कमेटी का प्रधान है और हल्के रंग के कुर्ते में मैं दिख रहा हूं.

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पूरे गांव में शांति से झांकी निकलने के बाद मुस्लिम इलाके से जब झांकी निकली तो बजरंग दल के 10-15 लड़के झांकी के बीच में आ गए और 'जय श्री राम' के नारे लगाने शुरू कर दिए. मैंने सरपंच होने के नाते उन्हें मना किया और झंडा भी ले लिया. अगर मैंने ऐसा नहीं किया होता तो वहां विवाद बढ़ सकता था.
संजय त्यागी, सरपंच सनौली खुर्द
  • उन्होंने ये भी बताया कि पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद इस मामले में समझौता भी हो चुका है.

  • निष्कर्ष: साफ है कि जन्माष्टमी के मौके पर निकाली गई झांकी का वीडियो शेयर कर उसे झूठा सांप्रदायिक एंगल दिया जा रहा है.

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