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'मन की बात' में पीएम मोदी का कुपोषण को लेकर दिया अधूरा बयान गलत दावे से वायरल

मन की बात कार्यक्रम का पीएम मोदी का अधूरा वीडियो गलत दावे से वायरल है

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के मन की बात कार्यक्रम का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें पीएम मोदी भक्ति गीतों को कुपोषण का समाधान बताते हुए दिख रहे हैं. ये सच है कि मन की बात में पीएम मोदी ने कुपोषण और भक्ति गीतों का जिक्र किया, लेकिन उन्होंने भक्ति गीतों को कुपोषण की समस्या का समाधान नहीं बताया.

दरअसल पीएम मोदी मध्यप्रदेश में चलाए जा रहे 'मेरा बच्चा अभियान' का जिक्र कर रहे थे और ये बता रहे थे कि कैसे मध्यप्रदेश में कुपोषण को लेकर जागरुकता फैलाई जा रही है.

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दावा

तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (TRS) के कार्यकारिणी अध्यक्ष केटी रामा राव ने ट्वीट कर दावा किया कि पीएम मोदी ने भजन को कुपोषण का समाधान बताया

स्विडन स्थित उपसाला यूनिवर्सिटी में पीस एंड कनफ्लिक्ट डिपार्टमेंट के प्रोफेसर अशोक स्वैन ने भी यही दावा किया. यही दावा करते अन्य पोस्ट्स के अर्काइव यहां और यहां देख सकते हैं.

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पड़ताल में हमने क्या पाया 

हमने, मन की बात का 28 अगस्त को रिलीज हुआ एपिसोड देखा. वीडियो में 11 मिनट 53 सेकंड पर पीएम मोदी को कुपोषण पर बात करते हुए सुना जा सकता है, वो कहते हैं

''आप कल्पना कर सकते हैं ? क्या कुपोषण दूर करने में एक संगीतज्ञ दल का भी इस्तेमाल हो सकता है. मध्यप्रदेश के दतिया जिले में. मेरा बच्चा अभियान में इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया गया. इसके तहत जिले में भजन कीर्तन आयोजित हुए. इसमें पोषण गुरू कहलाए जाने वाले शिक्षकों को बुलाया गया. एक मटका कार्यक्रम भी हुआ. इसमें महिलाएं आंगनबाड़ी कैंपेन में मुट्ठी भर अनाज लेकर आती हैं.''

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मतलब साफ है, ये दावा सच नहीं है कि पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि भजन सुनकर देश में कुपोषण को कम किया जा सकता है. पीएम मोदी ने कुपोषण से जुड़े एक जागरुकता कार्यक्रम को लेकर ये बात कही थी.

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