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Farmers Protest से जोड़कर वायरल हुए पीएम मोदी के पुतले का वीडियो भारत का नहीं है

Fake News: सोशल मीडिया पर ट्रैक्टर से बंधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुतले का वीडियो वायरल हो रहा है.

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सोशल मीडिया पर ट्रैक्टर से बंधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के एक पुतले का वीडियो वायरल हो रहा है. कुछ यूजर इसे दिल्ली के आसपास चल रहे हालिया किसानों के विरोध प्रदर्शन से जोड़ कर शेयर कर रहे हैं.

वीडियो में क्या सुना जा सकता है?: बैकग्राउंड में एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना जा सकता है, "आप इस ठंड के मौसम में क्यों जा रहे हैं." इस पर एक दूसरा व्यक्ति पंजाबी में जवाब देता है, जिसका हिंदी अनुवाद है, "क्या हुआ? उसने हमारी रोटी छीन ली है, वह हमारी जमीन ले लेगा, हम जाएंगे और मोदी को मुक्का मारेंगे."

Fake News: सोशल मीडिया पर ट्रैक्टर से बंधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुतले का वीडियो वायरल हो रहा है.

आप पोस्ट का आर्काइव यहां देख सकते हैं.

(सोर्स: X/(पूर्व में ट्विटर)/स्क्रीनशॉट)

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इस पोस्ट को X पर 2 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है.

(इसी तरह के दावों के अन्य आर्काइव आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.)

क्या ये दावे सच हैं?: नहीं, यह वीडियो असल में संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) का है, भारत का नहीं.

भ्रामक दावा करने के लिए ऑडियो में बदलाव किया गया है. यह ऑडियो नवंबर 2020 में NDTV के एक इंटरव्यू में भी सुना जा सकता है.

हमनें सच्चाई का पता कैसे लगाया?: हमनें इस वीडियो के एक कीफ्रेम को Google Lens की मदद से ढूंढा, जिसमें दुकान का साइनबोर्ड दिख रहा था. सर्च जारी रखने पर हम 'TripAdvisor' नाम की एक वेबसाइट पर शेयर किए गए समान दिखने वाले दृश्यों तक पहुंच गए.

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  • दुकान का नाम 'सिजलिंग तंदूरी हट' बताया था.

  • इस जगह को अमेरिका में ऑरोरा नाम की जगह पर स्थित ओरेगॉन बताया गया था.

Fake News: सोशल मीडिया पर ट्रैक्टर से बंधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पुतले का वीडियो वायरल हो रहा है.

दुकान अमेरिका में स्थित है.

(सोर्स: TripAdvisor/स्क्रीनशॉट)

इस जगह का जियोलोकेशन: यहां से अंदाजा लगाते हुए हमने Google Maps पर यह दुकान ढूंढी. 'स्ट्रीट व्यू' ऑप्शन का इस्तेमाल करते हुए हमने उस जगह का पता लगाया जहां यह वीडियो रिकॉर्ड किया गया था.

  • हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम की तुलना Google Maps में मौजूद विजुअल से की.

  • यह साफ रूप से देखा जा सकता है कि दोनों विजुअल में एक ही कांटेक्ट नंबर और साइनबोर्ड है.

  • दूसरी तस्वीर में दुकान के बाहर एक जैसा ट्रैक्टर देखा जा सकता है.

  • दोनों तस्वीरों में यह समानताएं देखी जा सकती हैं.

    (सोर्स- Google Maps/altered by The Quint)

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ऑडियो के बारे में क्या पता लगा?: टीम वेबकूफ ने गूगल पर इससे मिलते जुलते कीवर्ड सर्च किए जिसमें हमें NDTV का छापा हुआ एक इंटरव्यू मिला, जो नवंबर 2020 में अपलोड किया गे था.

  • इस वीडियो में 03:30 मिनट पर वही ऑडियो सुना जा सकता है जो वायरल वीडियो में भी थी. जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वायरल वीडियो में बदलाव किया गया है.

निष्कर्ष: हालांकि हमें वायरल वीडियो की असल तारीख का पता नहीं लग सका. लेकिन हमने पड़ताल में पाया कि यह वीडियो भारत का नहीं है.

(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 , या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)

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