अमेरिका की ओर से भारत के 380 अरब रुपये के निर्यात को GSP दायरे से हटाने की धमकी के बाद भारत भी जवाबी कार्रवाई की तैयारी में है. अगर अमेरिका मई तक भारत के खिलाफ यह कार्रवाई करता है तो भारत लगभग 10.6 अरब डॉलर के अमेरिकी सामानों पर जवाबी टैरिफ लगा सकता है. मिंट की एक खबर में कहा गया है कि भारत जवाबी कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है.
अमेरिका ने पिछले साल भारत के कुछ स्टील और एल्यूमीनियम प्रोडक्ट पर एकतरफा कार्रवाई करते हुए कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी थी. जवाब में भारत ने अमेरिकी बादाम, सेब और फॉस्फेरिक एसिड पर टैरिफ बढ़ा दिया था.
अमेरिका जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफरेंस यानी GSP के तहत भारत के 380 रुपये के निर्यात पर ड्यूटी बेनिफिट हटा सकता है. यह रकम 19 करोड़ डॉलर के आसपास बैठती है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कहा है कि कुछ देश अमेरिकी सामानों पर काफी ज्यादा टैक्स लगा रहे हैं. लिहाजा हम भी उन्हें दी गई कुछ सहूलियतें हटा देंगे.
GSP प्रोग्राम के तहत अमेरिका में भारत के 1900 प्रोडक्ट्स को ड्यूटी फ्री एंट्री
GSP प्रोग्राम के तहत अमेरिका भारत के 1900 प्रोडक्ट्स को ड्यूटी फ्री एंट्री देता है. इससे भारत के टेक्सटाइल,इंजीनियरिंग, जेम्स-ज्वैलरी और केमिकल प्रोडक्ट्स को फायदा होता है. अगर अमेरिका ड्यूटी बेनिफिट हटाता है तो इन सेक्टरों को नुकसान होगा. टेक्सटाइल और जेम्स-ज्वैलरी सेक्टर बड़ी तादाद में लोगों को रोजगार देते हैं. इस मामले पर अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड वॉर बढ़ा तो इन सेक्टरों के रोजगार पर असर पड़ सकता है.
इंडिया के डेयरी प्रोडक्ट मार्केट में एंट्री चाहता है अमेरिका
पिछले साल अप्रैल में यूनाइटेड स्टेट्स ट्रेड रिप्रजेंटेटिव यानी USTR ने ऐलान किया था वह अमेरिकी डेयरी और मेडिकल डिवाइस इंडस्ट्री की मांग पर भारत की GSP अहर्ता की समीक्षा कर रहा है. दरअसल अमेरिकी डेयरी और मेडिकल डिवाइस उद्योग भारत में एक्सेस चाहते हैं. भारत ने इस पर बैरियर लगा रहा है. समझा जा रहा है कि ताजा अमेरिकी कदम भारत को इस मुद्दे पर दबाव बनाने लिए उठाया गया है.
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