Iran-Pakistan: पाकिस्तान पर ईरान (Iran) के हमले को लेकर भारत ने कहा कि यह उन दोनों देशों के बीच का मामला है. हलांकि, विदेश मंत्रालय ने कहा "हम आतंकवाद के खिलाफ जीरो टालरेंस रखते हैं. आतंकवाद के खिलाफ अपने अत्मरक्षा में उठाये गए कदम को हम अच्छे से समझते हैं." वहीं, पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ईरान के मिसाइल हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. पाकिस्तान ने तेहरान से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा..
"यह ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला है. जहां तक भारत का सवाल है, हम आतंकवाद को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करते हैं. हम समझते हैं कि देश अपनी रक्षा के लिए ऐसे कदम उठाते हैं."
ईरान ने इस हमले पर क्या कहा?
17 जनवरी को ईरान ने जानकारी दी कि उसने ड्रोन और मिसाइलों से पाकिस्तान में सुन्नी आतंकवादी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों को निशाना बनाया है. जिसके बाद पाकिस्तान ने ईरान के एम्बेसडर को देश छोड़ने का फरमान जारी कर दिया और अपने राजदूत को तेहरान से वापस बुला लिया.
ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने कहा...
"हमने केवल पाकिस्तान की धरती पर आतंकवादी संगठनों को निशाना बनाया. हम पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हैं, लेकिन हम राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता या खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं देते हैं."
पाकिस्तान ने इस हमले पर क्या कहा?
इस हमले के बाद पाकिस्तान ने कहा कि मिसाइल हमलों में दो बच्चे मारे गए और चेतावनी दी कि यह घटना पूरी तरह से अस्वीकार्य है, इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. पाकिस्तान ने ईरानी विदेश मंत्रालय के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया. इसने ईरान से अपने राजदूत को भी वापस बुला लिया और सभी उच्च-स्तरीय द्विपक्षीय यात्राओं को रद्द कर दिया.
"आतंकवाद सभी के लिये एक साझा खतरा है और इससे निपटने के लिए कभी के सहयोग की जरूरत है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने कहा, एकतरफा कार्रवाई क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से कमजोर कर सकती है."जलील अब्बास जिलानी, पाकिस्तान के विदेश मंत्री
ईरान ने हमला क्यों किया?
यह हमला ईरान द्वारा इराक और सीरिया में ईरानी विरोधी आतंकवादी संगठनों पर किये हमले के एक दिन बाद हुआ. जनरल सुलेमानी के बरसी पर हुए आत्मघाती हमले के बाद ईरान भड़का हुआ है जिसमें करीब 90 से अधिक लोगों की जाने चली गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी सुन्नी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली थी.
जैश अल अदल ने 15 दिसंबर 2023 को ईरान के एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया, जिसमें 11 पुलिस अधिकारीओं की जान चली गयी. इस संगठन ने ईरान के सुरक्षा बलों पर कई बार हमले किये हैं.
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