पाकिस्तान (Pakistan Election) में आम चुनाव के नतीजे आए लगभग चार दिन गुजर गए हैं लेकिन अभी भी नई सरकार का ऐलान नहीं हो सका है. आम चुनाव में त्रिशंकु नतीजे आने की वजह से कोई भी दल अकेले सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है. इमरान खान की पार्टी चुनाव में कथित धांधली के आरोप लगा रही है.
हालांकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बिलावल भुट्टो ने ऐलान कर दिया है कि वह नवाज शरीफ की पार्टी मुस्लिम लीग नवाज को बाहर से समर्थन देंगे.
आइए देखते हैं कि पाकिस्तान में फिलहाल क्या सियासी घटनाक्रम चल रहा है?
PTI क्या कह रही है?
पीटीआई के प्रवक्ता रऊफ हसन ने कहा है कि पार्टी के संस्थापक और जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान ने केंद्र और पंजाब में मजलिस वहदत-ए-मुस्लिमीन के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए पार्टी को हरी झंडी दे दी है.
उन्होंने कहा, "खैबर पख्तूनख्वा में आरक्षित सीटों के लिए हम जमात-ए-इस्लामी के साथ गठबंधन बनाएंगे."
''इमरान खान का साफ संदेश है कि सरकार बनाना इस बात का अधिकार है कि चुनाव कौन जीता है. 'सत्ता के मालिकों' को अपने कार्यों पर आत्ममंथन करना चाहिए.''रऊफ हसन, प्रवक्ता, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ
12 फरवरी को PTI नेता बैरिस्टर गौहर अली खान ने कहा था कि चूंकि उनकी पार्टी के निर्दलीय उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं, इसलिए वह PMLN या PPP के साथ गठबंधन के खिलाफ हैं.
पाकिस्तानी अखबार, डॉन न्यूज से बातचीत में गौहर अली खान ने कहा, "हम दोनों (दलों) के साथ सहज महसूस नहीं करते हैं. किसी से सरकार बनाने या उसके साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए बातचीत नहीं होगी. सरकार बनाने की तुलना में विपक्ष में बैठना बेहतर है, लेकिन हम मानते हैं कि हमारे पास बहुमत है."
समर्थन को तैयार बिलावल, लेकिन PPP की शर्ते क्या?
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो ने 13 फरवरी को प्रेस कॉफ्रेंस में ऐलान किया है कि वह पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज को अपना समर्थन देंगे, लेकिन सरकार में शामिल नहीं होंगे. हालांकि उन्होंने शर्त रखी कि उनके पिता और PPP के नेता आसिफ अली जरदारी को राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए.
बिलावल भुट्टो ने कहा, "चुनाव नतीजों में इमरान खान की पार्टी PTI के समर्थित उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं, लेकिन क्योंकि PTI ने हमारे साथ आने से इनकार कर दिया है इसलिए एक ही विकल्प बचता है और वो है पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज. PML-N ने हमे सरकार बनाने का न्यौता दिया. हमने तय किया है कि हम उस स्थिति में नहीं है कि सरकार का हिस्सा बने और न ही हमारी मंशा है."
निर्दलीय उम्मीदवारों के सरकार बनाने पर क्या बोले शहबाज शरीफ?
13 फरवरी को शहबाज शरीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "राष्ट्र को एकता, एकता और एकजुटता की आवश्यकता है. हमें कड़वाहट को दफन करना होगा. हमें एक साथ बैठना होगा और इस देश के लिए समाधान ढूंढना होगा."
शहबाज शरीफ ने कहा, "अगर आप निर्दलीय उम्मीदवारों की गिनती करेंगे तो जाहिर है कि उनकी संख्या ज्यादा है, लेकिन राजनीतिक दलों में PML-N सबसे बड़ी पार्टी है. अगर खुद को पीटीआई समर्थित कहने वाले निर्दलीय उम्मीदवार बहुमत दिखा सकते हैं तो हम खुशी-खुशी विपक्ष में बैठेंगे और अपनी संवैधानिक भूमिका निभाएंगे. लेकिन अगर वे सरकार नहीं बना सकते तो हमें हक है कि हम सरकार बनाने की पेशकश करें."
हालांकि नवाज शरीफ के लिए बिलावल भुट्टो के समर्थन के बाद सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है, लेकिन अब तक सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया गया है.
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