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ISI के नए चीफ नदीम अहमद अंजुम कौन हैं, जिसके लिए पाक सेना के आगे झुके इमरान

पाकिस्तानी सेना ने Imran Khan से पहले ही नदीम अंजुम को ISI का नया चीफ बनाने की घोषणा कर दी थी.

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आखिरकार पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) के सामने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को झुकना ही पड़ा. पाकिस्तानी सेना ने खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के चीफ के लिए जो नाम सामने रखे थे इमरान खान को उसे मानना पड़ा.

पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम (Nadeem Ahmed Anjum) को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) का चीफ नियुक्त किया है. नदीम अंजुम 20 नवंबर को आईएसआई के मौजूदा लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद की जगह लेंगे.

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पाकिस्तानी सेना ने 6 अक्टूबर को बयान जारी कर नदीम अंजुम को ISI के नए चीफ बनने की घोषणा कर दी थी. इसके बाद से माना जा रहा था इमरान खान के पास कोई और रास्ता नहीं है और अंजुम ही अगले ISI चीफ होंगे. पाकिस्तानी सेना के इस ऐलान के साथ ही इमरान सरकार और पाकिस्तानी सेना के बीच मतभेद सामने आ गया था.

पीएमओ की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में लिखा है,

"प्रधानमंत्री ने अधिकारियों के पैनल को देखा और फिर लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम को 20 नवंबर, 2021 से महानिदेशक इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के रूप में मंजूरी दे दी है."

कौन हैं नदीम अंजुम

लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को सितंबर 1988 में सेवा में कमीशन किया गया था, इससे पहले कराची में कोर V के प्रमुख थे. जनरल अंजुम ने कुर्रम एजेंसी में एक ब्रिगेड की कमान संभाली, बलूचिस्तान में फ्रंटियर कॉर्प्स (उत्तर) का नेतृत्व किया और दिसंबर 2020 में कोर कमांडर कराची बनने से पहले कमांड एंड स्टाफ कॉलेज क्वेटा के कमांडेंट रहे. अंजुम ने पाकिस्तान की पूर्वी सीमा यानी नियंत्रण रेखा पर भी कमांड पोस्टिंग की थी.

अंजुम पाकिस्तान सेना की पंजाब रेजिमेंट से जुड़े हैं, उन्होंने कराची कोर के कमांडर के साथ-साथ कमांडेंट के रूप में भी कार्य किया है. अंजुम ने उन लोगों के खिलाफ कई अभियानों का नेतृत्व किया, जो बलूचिस्तान क्षेत्र में पाकिस्तान को धमकी दे रहे थे और अंजुम को 'युद्ध में कठोर सैनिक' माना जाता है. अंजुम ने फ्रंटियर कॉर्प्स बलूचिस्तान के इंस्पेक्टर जनरल के रूप में काम किया है.

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सेना और सरकार में तनाव

सेना और सरकार के बीच कथित गतिरोध के लगभग तीन हफ्ते बाद नजीम अंजुम की नियुक्ति हुई है. सेना ने छह अक्टूबर को घोषणा की थी कि पूर्व आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को पेशावर कोर कमांडर बनाया गया है, जबकि उनकी जगह लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम को नियुक्त किया गया है. लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम की नियुक्ति की आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की थी, जिससे नागरिक-सैन्य संबंधों में तनाव के बारे में खबरें आने लगी थीं.

कई दिनों की अटकलों के बाद, 12 अक्टूबर को, सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि आईएसआई प्रमुख की नियुक्ति का अधिकार प्रधान मंत्री के पास है, और इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन किया जाएगा.

बता दें कि नियुक्ति के ऐलान से पहले पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और प्रधानमंत्री इमरान की मुलाकात हुई थी. पाकिस्तान सरकार के बयान में कहा गया, "बैठक आईएसआई में कमान बदलने के समय और नए डीजी आईएसआई के चयन के बारे में प्रधानमंत्री और सेनाध्यक्ष के बीच चल रही परामर्श प्रक्रिया का हिस्सा थी."

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