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Queen Elizabeth II के निधन पर दुनिया भर के अखबारों ने क्या लिखा?

Queen Elizabeth II अपने पीछे चार बच्चे, आठ पोते और 12 परपोते छोड़ गईं हैं.

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ब्रिटिश इतिहास में सबसे लंबे वक्त तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II Death) का 96 साल की उम्र में निधन हो गया. एलिजाबेथ यूके के अलावा ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड समेत 15 देशों की हेड ऑफ द स्टेट थीं.

आइए देखते हैं दुनिया के अखबारों ने महारानी एलिजाबेथ के निधन पर क्या लिखा?

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यूके के एक प्रसिद्ध अखबार 'द सन' ने महारानी एलिजाबेथ की दो तस्वीरें लगाईं और लिखा है 'हम आपसे प्यार करते थे'. साथ ही इसमें लिखा गया है कि उनके गुजर जाने से "उनके ऐतिहासिक शासन का अंत" हो गया है और इसकी वजह से काफी दुख हुआ है. अखबार में यह भी पूछा गया है कि क्या अंतिम संस्कार के दिन को बैंक अवकाश घोषित किया जा सकता है.

यूके का अखबार 'द मिरर' ने तस्वीर के साथ सरलता से लिखा है 'थैंक्यू'. इसमें आगे ये भी लिखा गया है कि महारानी अपने पीछे चार बच्चे, आठ पोते और 12 परपोते छोड़ गईं हैं.

'डेली एक्सप्रेस' ने महारानी की तस्वीर के साथ लिखा है कि 'हमारी प्यारी रानी का निधन हो चुका है'. आगे इस अखबार ने लिखा है कि कैसे ब्रिटेनवासियों के दुख से सड़कों पर तक पानी भर गया है और "दुख में रोती हुई भीड़" ने बकिंघम पैलेस के बाहर राष्ट्रगान गाया.

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'डेली मेल' ने एक स्पेशल एडिशन निकालते हुए लिखा है, "हमारा दिल टूट गया है". आगे लिखा है कि "यह अकल्पनीय लगता है. वह सबसे बुद्धिमान और सबसे दृढ़ महिला थी, हमारा मार्गदर्शक प्रकाश चला गया है."

ऑस्ट्रेलिया के 'द ऑस्ट्रेलियन' ने लिखा है "अलविदा हमारी प्यारी क्वीन". आगे लिखा है कि, ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महारानी के कार्यकाल को उनके देश के प्रति प्रतिबद्धता की अटूट भावना से परिभाषित किया जा सकता है.

यूके के 'आई' (I) और मेट्रो नाम के अखबार ने अपना पहला पन्ना महारानी एलिजाबेथ के नाम किया.

'द टाइम्स' ने लिखा है..."डेथ ऑफ द क्वीन" साथ ही लिखा रानी के दौर में "विशाल सामाजिक, भौतिक और तकनीकी परिवर्तन हुआ". अखबार यह भी लिखता है कि, "कौन विश्वास करेगा कि जिस रानी को हम एक बार जानते थे वह लंदन 2012 ओलंपिक के उद्घाटन के समय जेम्स बॉन्ड के साथ एक स्टंट में भाग लेने के लिए सहमत होगी? इन सबसे ऊपर, अखबार लिखता है "वह इस देश में राजशाही को बचाने वाली महिला थीं".

'द गार्डियन' ने भी अपना पहला पेज क्वीन के नाम समर्पित किया.

'द डेली टेलिग्राफ' ने महारानी की तस्वीर के साथ लिखा है कि, "दुख वह कीमत है जो हम प्यार के लिए चुकाते हैं".

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