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अमेरिका में फिलिस्तीन के लिए छात्रों का आंदोलन, हिंसा-गिरफ्तारी के बीच यूनिवर्सिटी बनी छावनी

US campus protests: फिलिस्तीन में इजरायली हमले के खिलाफ आंदोलन का गढ़ अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी बनी है.

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अमेरिका के कई यूनिवर्सिटी कैंपस में गाजा के समर्थन में शुरू विरोध-प्रदर्शन बड़ा रूप लेता जा रहा है. फिलिस्तीन में इजरायली हमले के खिलाफ आंदोलन का गढ़ अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी बनी है. यहां एक बार फिर सैकड़ों छात्रों को हिरासत में लिए जाने से कॉलेज कैंपस और उसके बाहर तनाव और बढ़ गया है. न्यूयॉर्क में गिरफ्तारी और कैलिफोर्निया में झड़पों की घटनाओं के बीच छात्र घुटने टेकने और आंदोलन खत्म करने से इनकार कर रहे हैं.

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आंदोलन कर रहे छात्रों की मांग है कि अमेरीका इजरायल के साथ अपने वित्तीय संबंध पर प्रतिबंध लगा दे और इजरायली कंपनियों का बॉयकॉट करे.

क्यों हिरासत में लिए गए छात्र?

NYPD (न्यूयॉर्क पुलिस) ने न्यूयॉर्क शहर में मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक कोलंबिया यूनिवर्सिटी और सिटी कॉलेज ऑफ न्यूयॉर्क में लगभग 300 गिरफ्तारियां दर्ज की हैं. यह कार्रवाई छात्रों पर तब की गई जब मंगलवार को कोलंबिया यूनिवर्सिटी में फिलिस्तीनी का समर्थन कर रहे छात्रों ने कथित तौर पर परिसर में स्थित हैमिल्टन हॉल पर कब्जा कर लिया. इसके बाद इजरायल समर्थक और फिलिस्तीनी समर्थक भिड़ गए.

कभी दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद विरोधी संघर्ष के दौरान सक्रियता का प्रतीक, हैमिल्टन हॉल को छह वर्षीय हिंद रजब की याद में "हिंद का हॉल" कहा गया था. हिंद रजब को गाजा में इजरायली बलों द्वारा उसके परिवार के साथ मार दिया गया था.

न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने दावा किया है कि विरोध प्रदर्शन में कई बाहरी लोग शामिल थे, जिनका यूनिवर्सिटी से कोई संबंध नहीं था. एडम्स का आरोप है कि युवा प्रदर्शनकारी उन लोगों से प्रभावित हो रहे हैं जो हमारे बच्चों को कट्टरपंथी बनाने में पेशेवर हैं.

कोलंबिया यूनिवर्सिटी में डाटा जर्नलिज्म के स्टूडेंट और द क्विंट में डिप्टी एडिटर रहे मेघनाद बोस ने पुलिस की कार्रवाई को प्रत्यक्ष रूप से देखा. उनका कहना है,

"मैंने खुद देखा कि कैसे पुलिस ने उन विरोध प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर कर दिया, उन्हें गिरफ्तार किया और कुछ पुलिसकर्मी तो अंदोलन खत्म करने के लिए इतने प्रतिबद्ध थे कि वह बेहद अक्रामक हो गए."
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कोलंबिया यूनिवर्सिटी ने कैंपस में हुए हिंसक टकराव पर बयान जारी किया

मामले कि गंभीरता को देखते हुए कोलंबिया यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर जीन ब्लॉक ने कहा कि ''कल रात जो भी लोग घायल हुए हैं, मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं. मेरी संवेदनाएं उनके साथ भी हैं जिन्हें नुकसान पहुंचा है या फिर जिन्हें इन दिनों असुरक्षा के डर में जीना पड़ रहा है."

जीन ब्लॉक ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ''यूनिवर्सिटी में किसी का भी सामना हिंसा से नहीं होना चाहिए."

यूनिवर्सिटी ने बुधवार को दिन भर के लिए कक्षाएं रद्द कर दीं, और चांसलर जीन ब्लॉक ने कहा कि स्कूल एक जांच करेगा "जिसके बाद गिरफ्तारी, निष्कासन और बर्खास्तगी हो सकती है."

वाशिंगटन की यात्रा से लौटे लॉस एंजिल्स के मेयर करेन बास और कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसोम ने अलग-अलग बयान जारी कर हिंसा की निंदा की और जांच की मांग की है.

क्या है शहर का मौजूदा हाल ?

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल प्रदर्शनकारी शांत हो गए हैं. फिलिस्तीनी समर्थक नारे भी बेहद कम सुनाई दे रहे हैं. कैंपस पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कैंपस से चले जाने को कहा है बावजूद इसके सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को यूनिवर्सिटी कैंपस में शांत प्रदर्शन करते देखा गया.

कैंपस में घंटों से भारी पुलिस की मौजूदगी है, जिसमें कुछ कतारें शिविरों की ओर और कुछ सड़कों की ओर हैं. ऊपर से हेलीकॉप्टर से निगरानी रखी जा रही है. कैंपस में किसी भी तरह के दंगे को रोकने के लिए सैकड़ों पुलिसकर्मी दंगारोधी गियर पहन कर तैयार हैं.

लॉस एंजिल्स पुलिस विभाग (LAPD) और स्थानीय अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है.

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