बीते दिनों कई न्यूज रिपोर्ट्स ऐसी आई हैं जिन्हे पढ़ कर आपने ये जरूर सोचा होगा कि क्या ' कुडनकुलम न्यूक्लियर प्लांट पर इस साल साइबर अटैक हुआ था?' न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) ने 30 अक्टूबर एक आधिकारिक बयान में ये कबूल लिया कि NPCIL के सिस्टम में मैलवेयर पाया गया है.
28 अक्टूबर की शाम को, साइबर हमलों को वेरिफाई करने और ट्रैक करने से जुड़ी रिपोर्ट्स छापने वाली एक इंडिपेंडेंट वेबसाइट VirusTotal.com की एक रिपोर्ट का लिंक ट्विटर पर पोस्ट किया गया. ट्वीट में कहा गया कि VirusTotal के आकलन में 'DTRACK' नाम का मैलवेयर पाया गया था. साइबर सिक्योरिटी फर्म कास्परस्काई ने 23 सितंबर को एक प्रेस रिलीज में कहा था कि उन्होंने ‘इंडियन फाइेंनिशियल इंस्टीट्यूशंस और रिसर्च सेंटर्स में 'Dtrack' की खोज की थी.’
आज बिग स्टोरी पॉडकास्ट में क्विंट के जर्नलिस्ट वकाशा सचदेव और सुशोभन सरकार बताएंगे कि ये मैलवेयर अटैक क्या है? ये अटैक कितना बड़ा था और इससे कितना नुकसान हो सकता था ?
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