किसी भी खिलाड़ी की वापसी करने की क्षमता ही उसे खेल में जिंदा रखती है. भारतीय महिला क्रिकेटर जेमिमा रोड्रिग्स (Jemimah Rodrigues) ने भी इस बात को साबित किया. महिला एशिया कप 2022 में उनकी वापसी उनकी मेहनत और दृढ़ता को दर्शाती है.
चोट के कारण छह सप्ताह बाद मैदान पर उतरते हुए जेमिमा ने एशिया कप में श्रीलंका और सयुंक्त अरब अमीरात के खिलाफ शानदार अर्धशतक जड़ दिया. जिसकी मदद से वह टी20 बल्लेबाजी रैंकिंग में 8वें स्थान पर आ गयी हैं, वो स्मृति मंधाना (नंबर 3) और शेफाली वर्मा (नंबर 7) के बाद टॉप-10 में जगह बनाने वाली तीसरी भारतीय बन गयी हैं.
यह विश्वास करना मुश्किल है कि युवा खिलाड़ी इस साल की शुरुआत में हुए वनडे विश्व कप का हिस्सा नहीं थी. हालांकि, उसकी एक वाजिब वजह भी है, उन्होंने 2021 में पांच वनडे मैचों में सिर्फ 22 रन बनाए थे. जिस दौरान उनका स्कोर 1, 9, 0, 8 और 4 रहा था.
22 वर्षीय बल्लेबाज ने धीरे-धीरे अपने बल्लेबाजी को और निखारने का प्रयास जारी रहा और द हंड्रेड में सभी को चौंका दिया. उन्होंने महिला द हंड्रेड में 249 रन बनाए और सबसे ज्यादा रन बनाने की सूचि में दूसरे स्थान पर रहीं. हालांकि, उन्हें भारत की जर्सी में इसी प्रदर्शन को दोहराने में थोड़ा समय लगा.
जेमिमा की वापसी की पटकथा
जब उनकी साथी खिलाड़ी मार्च 2022 में वनडे विश्व कप खेल रही थी. उस वक्त जेमिमा ने खुद को तरोताजा और वापसी की तैयारी के लिए मुंबई में हॉकी खेला. उन्होंने हॉकी मैच में एक हैट्रिक भी बनाया. जिसकी मदद से उनकी टीम अंकल किचन यूनाइटे ने विलिंगडन कैथोलिक जिमखाना रिंक हॉकी टूर्नामेंट में व्यू को 4-2 से हरा दिया.
इस साल जून में श्रीलंका दौरे पर जेमिमा ने महत्वपूर्ण 30 रनों की दो पारी खेल अपनी वापसी के संकेत दे दिए थे. भारतीय टीम ने श्रीलंका के खिलाफ 2-1 से ये टी20 सीरीज जीत ली थी.
बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भी उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की. जेमिमा ने पांच मैचों में 146 रन बनाए. उन्होंने बारबाडोस के खिलाफ नाबाद 56 रनों की पारी खेल भारत के लिए सेमीफाइनल की जगह पक्की की. जिसके बाद सेमिफाइनल में 31 गेंदों में नाबाद 44 रन बनाकर फाइनल में जगह बनाई. हालांकि, भारतीय टीम फाइनल नहीं जीत पाई और सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा.
22 वर्षीय खिलाड़ी ने कॉमनवेल्थ गेम्स की हार से अपने मनोबल पर असर नहीं पड़ने दिया. उन्होंने अपने सहयोगियों को आश्वस्त किया कि किसी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए पहली बार बहु-खेल स्पर्धा में पदक जीतना गर्व का क्षण है. उन्होंने कहा, "हारने के बाद, हमारे पास एक टीम थी.”
उन्होंने कहा कि,
"हमने एक-दूसरे के चेहरों में देखा और कहा, 'हमें इस टीम पर और जिस तरह से हम लड़े हैं, उस पर गर्व है, और बेहतर होगा कि आप अपना सर उठाकर रखें क्योंकि आपने भारत को गौरवान्वित किया है."
चोट के कारण लेना पड़ा ब्रेक
जेमिमा को कामनवेल्थ गेम्स के दौरान बारबाडोस के खिलाफ शकीरा सेलमैन की गेंद पर कलाई में चोट लगी थी. इसके बावजूद उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना जारी रखा, जिससे चोट और बढ़ गई.
वह इस बार द हंड्रेड में केवल दो गेम के बाद रिहैबिलिटेशन के लिए बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी लौटीं क्योंकि स्कैन में कलाई में फ्रैक्चर का पता चला था.
जेमिमा ने छह सप्ताह तक बल्ले को नहीं छुआ, जिससे उनकी रनों की भूख बढ़ गई. अनचाहे ब्रेक ने उनकी वनडे वापसी में भी देरी की क्योंकि वह इंग्लैंड के दौरे में सफेद गेंद के खेल का हिस्सा नहीं बन सकीं.
जेमिमा ने खेली सर्वश्रेष्ठ पारी
एशिया कप से पहले, उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 72 था, जो कि नवंबर 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड में आया था. हाल ही में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी की रफ्तार भी बढ़ाई है.
एक स्ट्रीट-स्मार्ट खिलाड़ी होने के नाते, उन्होंने भारत में बांग्लादेश की स्थितियों का अनुकरण करने के लिए नवी मुंबई में धीमी विकेटों पर तैयारी की. जब वह एशिया कप में द्वीपवासियों के खिलाफ बल्लेबाजी करने उतरीं, तो भारत ने स्मृति को 13 रन पर खो दिया था, शैफाली के आउट होते ही दबाव और बढ़ गया और स्कोर 23 रन पर दो विकेट हो गया.
जेमिमा ने कप्तान हरमनप्रीत कौर (30 गेंद पर 33 रन) के साथ 92 रन की साझेदारी कर स्थिति को उबारा और भारत को इस मुश्किल से बाहर निकाला. उन्होंने सुगंधिका कुमारी की कवर ड्राइव से आत्मविश्वास हासिल किया, लेकिन 53 गेंदों में 76 (4x11, 6x1) में स्वीप शॉट्स से 18 रन बनाए. उन्होंने मैच के बाद कहा, "विकेट थोड़ा मुश्किल था और शुरू में यह टर्निंग नहीं था, लेकिन इसके बाद यह टर्निंग होने लगा. मैं मुंबई को धन्यवाद देना चाहूंगी, क्योंकि गर्मी वही है."
संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ 45 गेंदों में 75 रन की पारी ने उनके विश्वास को मजबूत किया क्योंकि उन्होंने T20I में अपना चौथा प्लेयर ऑफ द मैच पुरस्कार जीता.
जेमिमा ने बांग्लादेश के खिलाफ चार चौकों की मदद से 24 गेंदों में नाबाद 35 रन बनाए और भारत का स्कोर 159 तक पहुंचा दिया. अंत में, गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश की पारी 100/7 तक सीमित कर दिया.
जेमिमा की उम्र उनके पक्ष में है, और वह हरमनप्रीत, स्मृति और शैफाली के बाद अगली भारतीय स्टार हैं. भारत अब तक एशिया कप में एकमात्र मैच पाकिस्तान के खिलाफ हारा है, जहां उसने अच्छाजे प्रदर्शन नहीं किया.
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