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रोमांच की पराकाष्ठा फिर मायूसी और सन्नाटा, एक नो बॉल जिसने तोड़ा 44 सालों का सपना

आखिरी गेंद तक चले इस मैच में भारत ने पूरी कोशिश की, लेकिन जीत को अपनी झोली में नहीं डाल सकी.

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ICC महिला विश्व कप (ICC Women World Cup) में भारत बनाम साउथ अफ्रीका (India versus South Africa) के बीच रोमांचक मुकाबला खत्म हुआ. साउथ अफ्रीका ने भारत को तीन विकेट से मैच हरा दिया है. और इसी के साथ भारत वर्ल्ड कप से बाहर हो गया है. इस मैच ने रोमांच के नए समीकरण गढ़ दिए और बता दिया कि महिला क्रिकेट में भी मुकाबले किस हद तक टक्कर वाले हो सकते हैं.

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क्रिकेट के खेल का दूसरा नाम ही रोमांच है, और आखिरी ओवर्स में तो यह रोमांच सभी सीमाएं पार कर जाता है. क्रिकेट प्रेमियों के दिलों की धड़कन थाम देता है. सभी सुध बुध खोकर केवल टीवी स्क्रीन, मोबाइल स्क्रीन से चिपक जाते हैं.

आज न्यूजीलैंड के हेगले ओवल मैदान में खेले गए भारत व साउथ अफ्रीका की महिला टीमों के बीच के इस एक दिवसीय क्रिकेट मैच के आखिरी ओवर में भी कुछ ऐसा ही रोमांच देखने को मिला. भारत की टीम भले ही यह मैच हार गई पर आखिरी ओवर में दोनों टीमों ने एक एक बाॅल पर जान लगा देने वाला जज्बा दिखाया.

इस आखिरी ओवर के शुरू होने के समय साउथ अफ्रीकी की टीम केा जीतने के लिए 6 बॉल्स में सात रन चाहिए थे. भारत की ओर से दीप्ति शर्मा इस ओवर को करने के लिए आईं.

  • पहली गेंद- इस पहली स्लोअर गेंद केा ट्रिशा चेटी ने डीप स्क्वॉयर लेग की तरफ खेलकर एक रन चुरा लिया और स्ट्राइक उनकी सेट बैटर डू प्रीज को दे दी, जो कि 49 रन पर खेल रही थीं.

  • दूूसरी गेंद- ओवर की दूसरी बॉल पर डू प्रीज़ ने 1 रन तो ले लिया पर दूसरा रन भागने के प्रयास में उनकी सहयोगी ट्रिशा चेटी रन आउट हो गईं. हरमन की ओर से अच्छी फील्डिंग की गई और थ्रो भी सटीक था, दीप्ति ने गेंद को अच्छे से कलेक्ट किया और ट्रिशा चेटी क्रीज की फ्रेम के आसपास भी नहीं आ पाई और भारत केा ऐसे यह जरूरी विकेट मिला. इस रनआउट ने भारतीय लड़कियों में जोश भर दिया.

  • अब साउथ अफ्रीका को मैच जीतने 4 गेंदों पर 5 रन बनाने थे उसके सात विकेट गिर चुके थे और मैदान पर शबनम इस्माइल के रूप में नई बैटर आ रही थीं, हालांकि तीसरी गेंद खेलने स्ट्राइक डू प्रीज के ही पास थी.

  • तीसरी गेंद- यह गेंद मिग्नॉज डू प्रीज का इनसाइड ऐज लेेकर स्क्वॉयर लेग की ओर चली गई. और अफ्रीकी टीम ने एक रन ले लिया.

  • चौथी गेंद- इस गेंद पर आई नई बैटर शबनम इस्माइल केा रन चुराने से इंडियन टीम न रोक सकी और उन्हेांने भी एक रन लेकर डू प्रीज को स्ट्राइक देेदी. अब दक्षिण अफ्रीका को 2 बॉल में 3 की दरकार रह गई थीऔर सभी के दिल की धड़कन तेज हो रही थी.

  • पांचवीं गेंद- यह वह गेंद रही जिसने पहले तो तो भारतीय खेमे में जीत की उम्मीद भर दी तो वहीं अगले क्षण ही उन उम्मीदों केा चकनाचूर कर दिया. इस गेंद पर मिग्नॉन डू प्रीज (50) ने लॉन्ग ऑन पर जोरदार शॉट लगाया और हरमन से उसका शानदार कैच लेकर अपनी खिलाड़ियों की ओर दौड़ लगाई. पूरी टीम में इस विकेट केा लेकर सेलिब्रेशन चरम पर पहुंच गया था कि तभी टीवी रिप्ले में देखा गया कि गेंदबाज का पांव क्रीज लाइन से बाहर निकल गया है. इसके बाद इस बॉल केा नो बॉल दिया गया और मिग्नॉन डू प्रीज नॉट आउट घोषित कर दी गईं. अब साउथ अफ्रीका को 2 गेंद पर 2 गेंद की दरकार थी और उनकी टूटती उम्मीदें इस नो बॉल से मिले जीवनदान व एक अतिरिक्त् रन के सहारे जिंदा हो गईं. वहीं भारत की खिलाड़ियों का दिल और उम्मीदें दोनों ही टूट गईं.

  • पांचवी गेंद (जो फिर फेंकी गई) - पिछली गेंद पर स्ट्राइक चेजिंग केा लेकर भ्रम था, लेकिन अम्पायर ने देखा कि बैटर्स एक दूसरे को क्रॉस कर चुके थे और स्ट्राइक शबनम इस्माइल को संभालना थी. पिछली बॉल नो बॉल होने की वज से यह फ्री-हिट थी जिसे शबनम इस्माइल ने कवर की ओर मारकर एक रन ले लिया और आखिरी गेंद खेलने को लिए डू प्रीज को मौका मिला.

  • छठवीं गेंद- स्कोर अब तक बराबर हो चुका था और भारत को मुकाबला टाई कराने हर हाल में इस गेंद केा डॉट गेंद रखना था, पर ऐसा हो न सका. डू प्रीज ने मिड विकेट की तरफ इस गेंद को खेल आखिरी जरूरी रन जुटा लिया और इसके साथ ही भारतीय लड़कियों का मिशन विश्वकप खत्म हो गया. इंडियन टीम आंखों में आंसू लिए मैदान से बाहर निकली लेकिन जिस बहादुरी से उन्होंने इस मैच की आखिरी बाॅल तक जंग लड़ी उसने सबका दिल जीत लिया.

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