भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी(Mohammed Shami) ने टी 20 विश्व कप में पाकिस्तान से हार के बाद सोशल मीडिया पर की गई उनकी ट्रोलिंग को लेकर पहली बार खुलकर बोला है. पिछले साल जब अक्टूबर में जब भारत पाकिस्तान से हार गया और टी20 विश्वकप से बाहर हो गया था, तो ट्रोलर के निशाने पर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी थे. भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संघर्ष अक्सर पड़ोसियों के बीच तनाव को बढ़ाता है.
भारत की इस हार के बाद,सोशल मीडिया पर हजारों नफरत से भरे मैसेज की बाढ़ आ गई थी,जिसमें शमी का इंस्टाग्राम अकाउंट भी शामिल है, उन्हें देशद्रोही कहा गया और आरोप लगाया गया कि उन्होंने लिए पैसे लिए थे
इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए एक इंटरव्यू में मोहम्मद शमी ने कहा कि जिन लोगों ने उन्हें ट्रोल किया वे न तो "सच्चे प्रशंसक थे और न ही वे सच्चे भारतीय थे"
शमी ने आगे कहा, "जब अनजान सोशल मीडिया प्रोफाइल वाले लोग या यहां तक कि कुछ फॉलोअर्स वाले लोग किसी पर उंगली उठाते हैं, तो उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं होता है."
शमी ने बताया कि "उनके लिए, कुछ भी दांव पर नहीं है क्योंकि वे रईस हैं ... हमें उनके साथ जुड़ने की आवश्यकता नहीं है." शमी ने आगे कहा कि उन्हें किसी के सामने भारत के प्रति अपनी वफादारी साबित करने की जरूरत नहीं है
उन्होंने आगे बताया कि हमें पता है कि हम क्या हैं.हमें किसी से कहने की जरूरत नहीं कि भारत हमारे लिए क्या मायने रखता है क्योंकि हम देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और देश के लिए लड़ते हैं. इसलिए हमें इस तरह के ट्रोल्स को कहकर या प्रतिक्रिया देकर किसी को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है.
2013 में पदार्पण करने के बाद से, शमी ने 57 टेस्ट मैचों में लगभग 50 की स्ट्राइक रेट के साथ 209 विकेट लिए हैं. कलाई की चोट के कारण उन्हें वर्तमान में बाहर कर दिया गया है, लेकिन उन्होंने कहा कि वर्तमान भारतीय तेज आक्रमण अब तक का सबसे अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है.
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