अब से कुछ देर बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी शुरू होगी. ऐसे में देखना यह होगा कि क्या फ्रेंचाइजियां अपने पुराने खिलाड़ियों को एक बार फिर अपने साथ बनाए रखने की जद्दोजहद करेंगी या नए खिलाड़ियों पर दांव लगाएंगी. आईपीएल के इस सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स की वापसी हो रही है. नीलामी में सभी का ध्यान इन दोनों पर रहेगा. चेन्नई टीम प्रबंधन ने आईपीएल इतिहास के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ रवींद्र जडेजा और सुरैश रैना को रिटेन किया.
धोनी को अश्विन पसंद है
धोनी एक समारोह में कह चुके हैं कि वह नीलामी में रविचंद्रन अश्विन को एक बार फिर चेन्नई की जर्सी में देखना चाहते हैं. उम्मीद है चेन्नई अपने पुराने खिलाड़ियों, ड्वायन ब्रावो, एरॉन फिंच, फाफ डु प्लेसिस, ब्रेंडन मैक्कलम को एक बार फिर अपने साथ ही चाहेगा.
वहीं फ्रेंचाइजियों की नजरें सबसे ज्यादा इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स को अपने साथ शामिल करने पर होंगी. स्टोक्स पिछले सीजन में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के लिए खेले थे और सीजन के सबसे महंगे खिलाड़ी रहे थे.
गंभीर किस टीम के होंगे?
उनके अलावा यह देखना दिलचस्प होगा कि कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार खिताब दिलाने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर किसकी जर्सी में दिखेंगे. गंभीर ने उनकी घरेलू टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ जाने की इच्छा जाहिर की थी.
मुंबई के हिस्सा रहे केरन पोलार्ड, रॉयल्स चैलेंजर्स बेंगलोर का हिस्सा रहे क्रिस गेल पर भी फ्रेंचाइजियां दांव लगाने से नहीं चूकेंगी. यह दोनों खिलाड़ी मार्की खिलाड़ियों शामिल हैं. उम्मीद है कि पोलार्ड और गेल की पुरानी टीमें इन दोनों के अपने साथ ही बनाए रखने की कोशिश करेंगी.
16 खिलाड़ी मार्की लिस्ट में
कुल 16 खिलाड़ियों को मार्की सूची में रखा गया है जिनकी नीलामी 8-8 खिलाड़ियों के दो चरण में की जाएगी. पहले बैच में अश्विन, गेल, पोलार्ड मिशेल स्टार्क,स्टोक्स जैसे खिलाड़ी हैं. वहीं दूसरे बैच में ब्रावो, बांग्लादेश के शाकिब अल हसन, ग्लैन मैक्सवेल, जोए रूट युवराज सिंह और केन विलियमसन हैं.
रूट को पहली बार आईपीएल नीलामी में जगह मिली है. उनके और स्टार्क को अपने साथ जोड़ने के लिए भी फ्रेंचाइजियां पैसों की बारिश कर सकती हैं.
27 और 28 जनवरी को होने वाली नीलामी में कुल 578 खिलाड़ियों की बोली लगेगी जिसमें 244 कैप्ड खिलाड़ी हैं. इनमें 62 भारतीय खिलाड़ी हैं. वहीं 332 अनकैप्ड खिलाड़ी हैं जिसमें 34 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं.
पिछले सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने वाले अफगानिस्तान के मिस्ट्री स्पिनर राशिद खान पर भी फ्रेंचाइजियों की नजरें होंगी. उन्होंने दुनिया भर में खेलने वाली अधितकर लीगों में हिस्सा लिया है और अपने खेल से सभी को प्रभावित किया है.
चेन्नई के अलावा राजस्थान किन खिलाड़ियों को अपने साथ लाती है ये भी देखने वाली बात होगी. उसने सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के स्टीवन स्मिथ को रिटेन किया है और ऐसे में संभावना है कि वो उनके नेतृत्व में ही टीम उतारेगी. स्मिथ की कप्तानी में ही पिछले सीजन में पुणे ने फाइनल में जगह बनाई थी.
हर फ्रेंचाइजी के पास 80 करोड़
हर फ्रेंचाइजी के पास इस सीजन में खिलाड़ियों को खरीदने के लिए 80 करोड़ की कीमत थी, लेकिन खिलाड़ियों को रिटने करने के बाद टीम के पास सीमित पैसा है. राजस्थान और पंजाब के पास हालांकि सबसे ज्यादा 67.5 करोड़ रुपये हैं. इन दोनों खिलाड़ियों ने सिर्फ एक-एक खिलाड़ी को रिटने किया है. पंजाब ने सिर्फ हरफनमौला खिलाड़ी अक्षर पटेल को रिटेन किया है.
चेन्नई, दिल्ली, और मुंबई के पास 47 करोड़ रुपये की कीमत है. बेंगलोर के पास 49 करोड़ रुपये हैं. हैदराबाद और कोलकाता के पास खिलाड़ियों को खरीदने के लिए 59 करोड़ रुपये हैं.
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