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गुजरात के एग्‍ज‍िट पोल के मायने क्‍या हैं, संजय पुगलिया से समझिए 

पीएम मोदी का करिश्‍मा बरकरार, क्‍या कांग्रेस नहीं भुना पाई मौका?

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गुजरात चुनाव के एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ गए हैं. ये नंबर बता रहे हैं कि बीजेपी को इन चुनाव में जीत हासिल होने जा रही है. ये चुनाव बहुत क्रिटिकल इसलिए माना जा रहा था, क्योंकि गुजरात चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख का भी सवाल था. अगर एग्जिट पोल को देखें, तो ये साफ है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बरकरार है.

गुजरात में बीजेपी को ग्रास रूट पर दिक्कत थी. पब्लिक में नाराजगी झलक रही थी, इसलिए बीजेपी का पूरा कैंपेन डिफेंसिव मोड में था. पार्टी ने ध्रुवीकरण पर ध्यान दिया, न कि विकास के मुद्दे पर बात की. इन सबके बावजूद अगर एग्जिट पोल के नंबर सही निकले, तो ये साफ है कि पीएम मोदी का करिश्मा बरकरार है, खासकर शहरी इलाकों में. ग्रामीण इलाकों में बीजेपी पिछड़ सकती है.

गुजरात का चुनाव पीएम मोदी के लिए अहम क्यों?

गुजरात का चुनाव पीएम मोदी के लिए क्रिटिकल था, क्योंकि 2019 के चुनाव के लिए करीब डेढ़ साल से भी कम का समय बाकी है. गुजरात प्रधानमंत्री का गृह राज्य है, इसलिए अगर यहां झटका लगता, तो इससे खराब मैसेज जाता. इसका असर अगले आम चुनाव पर भी पड़ सकता था.

लेकिन बीजेपी ने एंटी इनकम्‍बेंसी रोकने के लिए जितने हथियार थे, वो सब अपनाए. उन्होंने बीजेपी के खिलाफ जाने वाले वोटों को बंटवा दिया.

कांग्रेस के पास बड़ा मौका था?

कांग्रेस के पास मौका था कि वो एंटी इनकम्‍बेंसी का फायदा उठा सकती थी. यहां पर कई आंदोलन चल रहे थे. तीन लड़कों ने माहौल बना रखा था. अल्पेश ठाकोर, जिग्नेश मेवाणी और हार्दिक पटेल के आंदोलन ने राज्य में जमीन तैयार कर रखी थी, लेकिन कांग्रेस इस मौके को ठीक से भुनाती नजर नहीं आई.

क्या केवल सरकार बनना ही BJP की जीत मानी जाएगी?

हो सकता है कि गुजरात में बीजेपी की सरकार बन जाए, लेकिन सरकार बनना क्या बीजेपी की जीत मानी जाएगी? अगर बीजेपी 110 सीटों के ऊपर सीटें जीतती है, तो ये माना जाएगा कि बीजेपी ने अपनी जमीन नहीं खोई है. अगर बीजेपी के वोट शेयर में ज्‍यादा कमी आ जाती है, तो ये बीजेपी के लिए खराब मैसेज होगा.

मैसेज ये होगा कि आपने बातें बहुत की हैं, अब काम करके दिखाइए. मैसेज ये होगा कि जिस गांव-गरीब को लुभाने के लिए पीएम मोदी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, वहां पर गुजरातियों ने उनका पूरा साथ नहीं दिया.

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