दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने क्राइम ब्रांच के नोटिस के बीच बीजेपी पर निशाना साधा है. दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, "ये कहते हैं कि बीजेपी में आ जाओ, हम छोड़ देंगे." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि "मैंने कहा बिल्कुल नहीं आऊंगा बीजेपी में. कतई नहीं आऊंगा बीजेपी में."
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बीजेपी द्वारा AAP विधायकों को खरीदने की कोशिश के आरोपों को लेकर अरविंद केजरीवाल को रविवार, 4 फरवरी को नया नोटिस जारी किया है और उनसे सोमवार तक सबूतों के साथ अपने आरोपों का जवाब देने को कहा है.
क्राइम ब्रांच ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के दावे पर AAP नेता और मंत्री आतिशी को भी नोटिस दिया और उनसे तीन दिन के भीतर जवाब देने को कहा है.
सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग का लगाया आरोप
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बीजेपी पर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, "सारी एजेंसियां केजरीवाल के पीछे छोड़ दी हैं. मनीष सिसोदिया का कसूर है कि वह अच्छे स्कूल बना रहा था. सत्येंद्र जैन का कसूर है कि वह अच्छे अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बना रहा था. आज अगर मनीष सिसोदिया स्कूलों पर और सत्येंद्र जैन अस्पतालों पर काम नहीं कर रहे होते तो यह उन्हें गिरफ्तार नहीं करते."
"यह जो मर्जी षड्यंत्र हमारे खिलाफ कर लें, कुछ नहीं होने वाला है और मैं भी डटा हूं. इनके खिलाफ, झुकने वाला नहीं. यह लोग कहते हैं कि बीजेपी में आ जाओ छोड़ देंगे, मैंने कहा बिल्कुल नहीं आऊंगा बीजेपी में, कतई नहीं आऊंगा बीजेपी में. बीजेपी में चले जाओ तो सारे खून माफ हैं. हमने कौन-सा गलत काम किया है- स्कूल, सड़क और अस्पताल ही तो बनवा रहे हैं."
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "इन्होंने सारे षड्यंत्र रच लिए, लेकिन हमें झुका नहीं पाए. तुम अगर यह सोचो कि हम स्कूल-अस्पताल बनाना बंद कर देंगे तो ऐसा नहीं है. स्कूल-अस्पताल तो बनेंगे. चाहे केजरीवाल को भी जेल में डाल दो. आज यह हमारा कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे हैं क्यों? जिन गरीब बच्चों को स्कूल में पढ़ाया उन करोड़ों मां-बाप का आशीर्वाद हमारे साथ है और जिसके साथ गरीबों का आशीर्वाद होता है उसके साथ भगवान का आशीर्वाद होता है."
यह न तो FIR है और न ही समन- आतिशी
वहीं क्राइम ब्रांच के नोटिस के बाद मंत्री आतिश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. उन्होंने कहा, "ये नोटिस बेहद दिलचस्प है. यह न तो FIR है और ना ही समन है. इसमें IPC, CrPC, PMLA की धाराएं भी नहीं हैं. कुल मिलाकर करीब 48 घंटे की नौटंकी के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी और मुझे पत्र दे दिया गया."
इसके साथ ही उन्होंने कहा, "कल क्राइम ब्रांच के अफसर मुख्यमंत्री केजरीवाल जी के घर नोटिस लेकर पहुंचे. आज आधा दर्जन क्राइम ब्रांच के अफसर मेरे घर पहुंचे, कहते कि मंत्री जी को ही नोटिस देंगे. इन पुलिस अफसरों ने सोचा होगा कि पुलिस में जाकर देश की सेवा करेंगे, महिलाओं की सुरक्षा करेंगे लेकिन इनके राजनीतिक आकाओं ने इन्हें प्राइम टाइम की नौटंकी बनाकर रख दिया है."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)