वीडियो प्रोड्यूसर: मैत्रेयी रमेश
वीडियो एडिटर: संदीप सुमन
देशभर में कोरोना वायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) लगाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. देश के एयरपोर्ट कोविड वैक्सीन के डिस्ट्रीब्यूशन (Vaccine Distribution in India) के लिए किस तरह की तैयारियां कर रहे हैं? क्या हमारे पास जरूरत के मुताबिक संसाधन मौजूद हैं?
दिल्ली एयरपोर्ट पर एक नजर डालते हैं. जो देश का सबसे बड़ा कार्गो हब है. इतने बड़े काम के लिए वहां किस तरह से तैयारियां चल रही हैं, बाधा रहित सप्लाई चेन के लिए कार्गो टर्मिनल 24x7 सेवाएं दे रहे हैं
एयरपोर्ट के पास 1.5 लाख मिलियन टन कार्गो संभालने की क्षमता है. दिल्ली के दोनों कार्गो टर्मिनल टेंपरेचर कंट्रोल्ड जोन और ठंडे चैम्बर्स से लैस हैं, जिनमें तापमान का रेंज +25 डिग्री सेल्सियस से -20 डिग्री सेल्सियस तक है. टेंपरेचर कंट्रोल्ड कंटेनर्स के लिए टर्मिनल में कई चार्जिंग प्वाइंट लगाए गए हैं.
कई 'कूल डॉलिज' तैयार किए गए हैं, ताकि तापमान एक जैसा ही रहे. कागजी कार्रवाई और लोगों की कम मौजूदगी, इसके अलावा वैक्सीन को तेजी से लाने-ले जाने के लिए QR कोड आधारित ई पास का इस्तेमाल किया जाएगा. वैक्सीन को तेजी से लाने और ले जाने के लिए एयरपोर्ट पर अलग गेट की व्यवस्था की गई है
दिल्ली एयरपोर्ट दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए ट्रांसशिपमेंट की भी सुविधा देगा, कोविड 19 वैक्सीन पर सबकी नजर है, एयरपोर्ट किस तरह से इस बेशकीमती कार्गों को संभालते हैं, इस पर ही निर्भर करेगा कि ये लोगों तक कैसे पहुंचती है.
ये सिर्फ भारत की ही बात नहीं है, बल्कि दुनियाभर के विकासशील देशों के लिए अहम है. हालांकि ये सवाल अब भी मौजूद है कि -70 डिग्री सेल्सियस तापमान की जरूरत वाले फाइजर और बायोएनटेक की कोविड वैक्सीन के लिए भारत कोल्ड चेन की व्यवस्था कैसे करता है?
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