संसद के बजट सत्र (Budget Session 2024) का बुधवार, 31 जनवरी से आगाज हो रहा है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने मीडिया से बातचीत करते हुए विपक्षी सांसदों को नसीहत दी और कहा कि "आलोचना तीखी हो, हुड़दंग न हो". इसके साथ ही पीएम मोदी ने बजट सत्र को नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व भी करार दिया है.
"कुछ लोगों का स्वभाव आदतन हुड़दंगी"- पीएम मोदी
संसद सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा, "मैं आशा करता हूं कि इस वर्ष में जिसको जो रास्ता सूझा, उस प्रकार से संसद में सबने अपना-अपना कार्य किया. मैं इतना जरूर कहूंगा कि कुछ लोगों का स्वभाव 'आदतन हुड़दंगी' हो गया है, जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का चीरहरण करते हैं. ऐसे सभी माननीय सांसद आज आखिरी सत्र में जरूर आत्मनिरीक्षण करेंगे कि 10 साल में उन्होंने क्या किया."
"बजट सत्र, उन सांसदों के लिए पश्चाताप का अवसर है. अच्छे फुटप्रिंट छोड़ने का अवसर है. आज इस अवसर को जाने मत दीजिए. देशहित में विचारों का लाभ सदन को दें. देश को उत्साह और उमंग से भर दें.
"बजट सत्र नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व"
बजट सत्र को नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व बताते हुए पीएम मोदी ने कहा, "इस नए संसद भवन में जो पहला सत्र हुआ था उसके आखिर में इस संसद ने एक बहुत ही गरिमापूर्ण फैसला लिया था, जो नारी शक्ति वंदन अधिनियम था."
"उसके बाद 26 जनवरी को भी हमने देखा किस प्रकार से देश ने कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति के सामर्थ्य-शौर्य को अनुभव किया और आज बजट सत्र का आरंभ हो रहा है तब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मार्गदर्शन और कल निर्मला सीतारमण द्वारा अंतरिम बजट, एक प्रकार से नारी शक्ति के साक्षात्कार का पर्व है."
"नई सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट आएंगे"
बजट पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि "जब चुनाव का समय निकट होता है तब पूर्ण बजट नहीं रखा जाता है, हम भी उसी परंपरा का पालन करते हुए नई सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट लेकर आएंगे. इस बार दिशा-निर्देशक बातें लेकर देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल हम सबके सामने बजट पेश करने वाली हैं. मुझे विश्वास है कि देश नित्य प्रगति की नई-नई ऊंचाइयों को पार करते हुए आगे बढ़ रहा है."
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