Amarnath Yatra 2023 Registration: अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई 2023 से शुरू होने जा रही है जिसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज 17 अप्रैल से शुरू हो गई है. केंद्र ने अमरनाथ यात्रा को लेकर शेड्यूल जारी किया है. यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड से रजिस्ट्रेशन किये जा सकते हैं. पहला जत्था 30 जून को जम्मू से रवाना किया जाएगा, इस बार 31 अगस्त तक अमरनाथ यात्रा चलेगी.
इस साल की अमरनाथ यात्रा कुल 62 दिनों तक चलने वाली हैं, यात्रा के लिए 13 से लेकर 70 साल तक की आयु के लोग अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. छह हफ्ते या उससे ज्यादा दिनों की गर्भवती महिला को अमरनाथ यात्रा करने की अनुमति नहीं है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट http://jkasb.nic.in पर जा सकते हैं. अगर आप अमरनाथ यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे हैं तो आइए जानते हैं आप कैसे रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं.
कैसे करना होगा रजिस्ट्रेशन?
ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पंजाब नैशनल बैंक की 316, जम्मू-कश्मीर बैंक की 90, यस बैंक की 37 और एसबीआई बैंक की 99 शाखाओं समेत देश भर की 542 बैंक शाखाओं में किया जा सकता है. बैंक शाखाओं की लिस्ट श्री अमरनाथ यात्रा श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) की वेबसाइट http://jkasb.nic.in पर उपलब्ध है, अधिक जानकारी के लिए यात्री टोल फ्री नंबर 18001807198/18001807199 पर संपर्क कर सकते हैं.
अमरनाथ यात्रा के लिए मेडिकल और रजिस्ट्रेशन के लिए कई दस्तावेज अनिवार्य किए गए हैं जिनके बिना यात्रा संभव नहीं हो सकेगी. इसके अलावा तीर्थयात्रियों को अपने साथ पासपोर्ट साइज फोटो, आइडी प्रूफ की फोटोकॉपी लानी होगी, साथ ही यात्रा की तारीख और मार्ग भी बताना होगा.
रजिस्ट्रेशन फीस?
नामित बैंक शाखाओं के माध्यम से अग्रिम पंजीकरण की लागत प्रति व्यक्ति 120 रुपये है.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फीस 220 रुपये प्रति व्यक्ति है.
इसके अलावा अगर आप ग्रुप रजिस्ट्रेशन कराते हैं तो भी प्रति व्यक्ति 220 रुपये है.
एनआरआई तीर्थयात्री पीएनबी के माध्यम से प्रति व्यक्ति 1520 रुपये में पंजीकरण करा सकते हैं.
अमरनाथ यात्रा के लिए मार्ग?
अमरनाथ यात्रा में सड़कों के निर्माण के साथ ही यात्रा मार्ग में भी बदलाव हुआ है. अब अमरनाथ की यात्रा के लिए दो रास्ते हैं, एक रास्ता पहलगाम से शुरू होता है, जो करीब 46-48 किलोमीटर लंबा है. इससे यात्रा करने में 5 दिन का समय लगता है. वहीं दूसरा रास्ता बालटाल से शुरू होता है, जहां से गुफा की दूरी 14-16 किमी है लेकिन खड़ी चढ़ाई की वजह से यह मार्ग सबके लिए आसान नहीं है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)