ADVERTISEMENTREMOVE AD

क्विंट हिंदी का नया प्रयास: दलितों की बात नहीं, दलितों से बात

असल जिंदगी में कितना और किस तरह का भेदभाव झेल रहे हैं दलित युवा?

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
स्नैपशॉट

Live चैट में रहा चर्चा का विषय

सरनेम देखकर होती है दिल, दोस्ती और नौकरी

शैक्षणिक संस्थाओं में भी भेदभाव का शिकार होते हैं दलित

क्या क्रीमीलेयर को भी मिलना चाहिए आरक्षण?

गुजरात के ऊना में कुछ दिनों पहले दलित युवकों को एक एसयूवी कार से बांधकर पीटा गया. इस पूरे मामले का वीडियो भी बनाया गया और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. फिलहाल दलितों की पिटाई के इस मुद्दे पर राजनीति गरमाई हुई है. सड़क से लेकर संसद तक यह मामला उठाया जा रहा है.

क्विंट हिंदी ने आज शुक्रवार को FB लाइव पर कुछ दलित युवाओं से जाना कि क्या आज के दौर में भी उन्हें भेदभाव का शिकार होना पड़ता है?

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×