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LIC IPO: काफी लंबे इंतजार के बाद LIC का आईपीओ आखिरकार 4 मई को खुलने जा रहा है. इश्यू 9 मार्च को बंद होगा. ये भारत का अब तक सबसे बड़ा आईपीओ होगा. LIC की देश के कोने-कोने तक पहुंच है. देशभर में एलआईसी के करीब 30 करोड़ पॉलिसीहोल्डर्स हैं.
सरकार ने एलआईसी के पॉलिसी होल्डर्स को ध्यान में रखते हुए आईपीओ में उनके लिए खास डिस्काउंट का प्रावधान किया है. कंपनी ने पॉलिसी होल्डर केटेगरी के अंतर्गत कुल इश्यू का 10% हिस्सा केवल पॉलिसी धारकों के लिए रिजर्व रखा है.
ऐसे में अगर आप भी एलआईसी के पॉलिसीहोल्डर हैं और एलआईसी के आईपीओ में निवेश की सोच रहे हैं, तो पहले अपने काम की सारे बातें जान लीजिए-
एलआईसी के पॉलिसीधारकों को हर इक्विटी शेयर पर ₹60 का डिस्काउंट मिलेगा. हालांकि, केवल वही पॉलिसीहोल्डर इस छूट के पात्र होंगे जिन्होंने 13 अप्रैल 2022 को या उससे पहले अपनी पॉलिसी खरीदी हुई थी. पॉलिसीहोल्डर्स के लिए कंपनी ने इश्यू का 10% हिस्सा रिजर्व किया है.
आईपीओ में प्राइस बैंड ₹902-949 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है. निवेशक कम से कम 15 इक्विटी शेयर या 1 लॉट के लिए और उसके बाद 15 के मल्टीप्ल में बोली लगा सकेंगे.
आप किसी एक कोटा के अंदर 2 लाख रूपये (डिस्काउंट के बाद) से ज्यादा की बोली नहीं लगा सकते. अगर आप रिटेल निवेशक है और आपके पास एलआईसी की पॉलिसी भी है तो आप दोनों कोटा से अधिकतम 2-2 लाख की बोली लगा सकते हैं.
पॉलिसीधारकों को मिलने वाला फायदे का लाभ उठाने के लिए ये जरूरी है कि आपने अपने पॉलिसी को पैन कार्ड के साथ जोड़ रखा है. ऐसा करने की आखिरी तारीख 28 फरवरी थी. इसे दोबारा बढ़ाया नहीं गया है.
एलआईसी ने ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस में बताया है कि वैसे सभी पॉलिसीधारक जिन्होंने 28 फरवरी से पहले अपने पॉलिसी के साथ पैन अपडेट नहीं किया है, उन्हें योग्य पॉलिसीहोल्डर नहीं माना जाएगा.
लेकिन अगर आपने 28 फरवरी की समय सीमा तक अपनी पॉलिसी को पैन से लिंक नहीं किया है, तो संभावना है कि आपने पॉलिसी खरीदते समय अपना पैन प्रदान किया हो. एजेंटों का कहना है कि वे ज्यादातर मामलों में पैन जमा करते हैं, खासकर अगर प्रीमियम 50,000 रुपये से अधिक हो.
पॉलिसीहोल्डर कोटे के तहत अप्लाई करने के लिए दूसरी महत्वपूर्ण शर्त यह है कि आपके पास खुद का डीमेट अकाउंट जरूरी है. डीमेट अकाउंट पॉलिसीहोल्डर के नाम पर ही होना चाहिए.
बच्चे और पति/पत्नी के डीमेट अकाउंट से आप पॉलिसीहोल्डर कोटा के अंदर आवेदन नहीं कर सकेंगे. अगर आपने अभी तक अपना डीमेट खाता नहीं खोला है तो आप आसानी से किसी ब्रोकर के साथ अपना खाता खुलवा सकते हैं.
पॉलिसीहोल्डर को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अप्लाई करने से पहले उनके अपने ग्राहक को जानिए विवरण यानी KYC को उनकी पॉलिसी में अपडेट किया गया है.
अगर आप अपने एलआईसी के पॉलिसी को पैन के साथ नहीं जोड़ पाए, या आपके पास कोई पॉलिसी नहीं है, तब भी आप एलआईसी के आईपीओ के लिए रिटेल कोटाया या या कर्मचारी श्रेणी के तहत अप्लाई कर सकते हैं और फिर भी छूट का लाभ उठा सकते हैं. रिटेल निवेशकों को भी आईपीओ में ₹45 का डिस्काउंट दिया जाएगा. एलआईसी ने अपने कर्मचारियों के लिए 0.7 फीसदी शेयर आरक्षित किए हैं.
जॉइंट पॉलिसीहोल्डर्स के मामले में, दोनों में से कोई एक ही पॉलिसीहोल्डर कोटा का फायदा उठा सकता है.
नॉन रेसीडेंशियल इंडियन (NRI) यानी भारत से बाहर रह रहे भारतीय पॉलिसीहोल्डर केटेगरी का लाभ नहीं उठा सकेंगे. पॉलिसीहोल्डर केटेगरी के अंतर्गत केवल भारत के निवासी ही आईपीओ के लिए आवेदन कर सकते हैं.
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