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पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों- त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में विधानसभा चुनावों (Election Results 2023) में वोटों की गिनती हुई. सभी की निगाहें वहां के नतीजों पर टिकी हैं. लेकिन इसके साथ ही कई राज्यों की विधानसभा सीटों के उपचुनाव (Bypolls 2023) की भी गिनती हुई जहां के नतीजे भी आगे की राजनीतिक दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं. पूर्वोत्तर में मात खा चुकी कांग्रेस को बंगाल और तमिलनाडु के उपचुनाव के नतीजे कैसे शुभ संकेत दे रहे हैं? आइये बताते हैं 5 राज्यों की 6 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे और उसके राजनीतिक मायने.
कसबा
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ बीजेपी और शिवसेना को एक बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर ने गुरुवार को कसबा विधानसभा उपचुनाव में करीबी मुकाबले में बीजेपी के हेमंत रासने को 10,000 से अधिक वोटों से हरा दिया. वोटों की गिनती के 20 राउंड के अंत में धंगेकर को 72,599 वोट मिले जबकि रसाने को 61,771 वोट मिले.
चिंचवड
चिंचवाड़ उपचुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार अश्विनी जगताप अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और एनसीपी उम्मीदवार नाना काटे को हरा दिया है.
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. वाम मोर्चा समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार ने मुर्शिदाबाद जिले के सागरदिघी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में जीत हासिल की है, जिसे सत्ताधारी पार्टी TMC का गढ़ माना जाता है. कांग्रेस के बायरन बिस्वास ने तृणमूल के देबाशीष बंदोपाध्याय को 22,986 मतों के अंतर से हराया. जबकि बीजेपी के दिलीप साहा तीसरे स्थान पर रहे हैं.
तमिलनाडु के इरोड पूर्व विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भी कांग्रेस उम्मीदवार EVKS Elangovan ने बड़ी जीत हासिल की है. यह सीट EVKS Elangovan के पिता और कांग्रेस विधायक थिरुमहान एवरा के निधन के कारण खाली हो गयी थी. उपचुनाव में सत्तारूढ़ डीएमके समर्थित कांग्रेस उम्मीदवार ने AIADMK के उम्मीदवार केएस थेन्नारासू को बड़े अंतर से हराया है.
लुमला उपचुनाव में बीजेपी के त्सेरिंग ल्हामू ने निर्विरोध जीत हासिल की है. पूर्व विधायक जम्बे ताशी की पत्नी त्सेरिंग ल्हामू एकमात्र उम्मीदवार थीं जिन्होंने सीट के उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था. पिछले साल नवंबर में पति जम्बे ताशी के निधन के कारण उपचुनाव जरूरी हो गया था.
झारखंड (Jharkhand) की रामगढ़ सीट पर महागठबंधन की हार से हेमंत सोरेन सरकार को बड़ा झटका लगा है. यहां AJSU की सुनीता चौधरी ने कांग्रेस के बजरंग महतो को 21,644 हजार वोट से हरा दिया है.
पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन उम्मीदों से काफी नीचे रहा. केवल तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के उपचुनावों के नतीजों ने उसे खुश होने का मौका दिया है. पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के लिए अच्छी खबर है. उसने TMC से मुर्शिदाबाद जिले की सागरदिघी सीट छीन ली है जहां TMC 2011 से जीत रही थी. तमिलनाडु में भी कांग्रेस उम्मीदवार ने बड़ी जीत हासिल की है. लेकिन यह केवल कांग्रेस की जीत नहीं है क्योंकि EVKS Elangovan सत्तारूढ़ डीएमके के नेतृत्व वाले गठबंधन के उम्मीदवार थे और उन्हें एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली सरकार की इमेज का लाभ मिला है.
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