advertisement
छत्तीसगढ़ में वोटों की गिनती जारी है. ताजा परिणाम और रुझानों के हिसाब से कांग्रेस 68 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं बीजेपी 16 सीटों पर आगे है. अन्य के खाते में 6 सीटें मिलती दिख रही हैं.
यह पूरी तरह साफ है कि छत्तीसगढ़ में अगली सरकार कांग्रेस की ही बनेगी और बीजेपी के हाथ से एक और राज्य फिसल जाएगा.
राज्य के 90 विधानसभा सीटों में से 29 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और 10 सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं. साल 2013 में हुए चुनाव में बीजेपी ने 49 सीटों पर जीत के साथ सरकार बनाई थी. वहीं कांग्रेस को 39 सीटों पर, बीएसपी को एक सीट पर जीत मिली थी, जबकि एक सीट पर स्वतंत्र उम्मीदवार की जीत हुई थी.
ये भी पढ़ें:
Election Results | पांच राज्यों का रिजल्ट जानने के लिए यहां क्लिक करें
कांग्रेस के सीनियर लीडर मल्लिकार्जुन खड़गे छत्तीसगढ़ में पार्टी के ऑब्जर्वर बनाए गए हैं. मध्य प्रदेश में ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी एके एंटनी को सौंपी गई है.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार की जिम्मेदारी ले ली है. उन्होंने मीडिया से कहा कि अब उनकी पार्टी प्रदेश में जोरदार तरीके से विपक्ष की भूमिका निभाएगी.
छत्तीसगढ़ में वोटों की गिनती जारी है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस 63 सीटों पर, जबकि बीजेपी 18 सीटों पर आगे चल रही है. अन्य के खाते में 9 सीटें जाती दिख रही हैं.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का पहला परिणाम जारी हो गया है. सीतापुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत भगत को जीत मिली है. अमरजीत भगत ने बीजेपी के गोपालराम भगत को 30 हजार से अधिक वोटों से हराया है. 90 विधानसभा सीटों की मतगणना में कांग्रेस ने 67, बीजेपी ने 15 और अन्य ने 8 सीटों पर बढ़त बनाई है.
छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के नए विधायकों की बुधवार को जयपुर और रायपुर में बैठक बुलाई गई है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल रायपुर में कांग्रेस के दफ्तर में पहुंचे. भूपेश बघेल ने जीत का श्रेय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को दिया है.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनना तय है. कांग्रेस ने बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए 67 सीटों पर बढ़त बना ली है. वहीं बीजेपी सिर्फ 15 सीटों पर आगे चल रही है.
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस 61 सीटों पर आगे चल रही है, यानी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनना तय है. वहीं बीजेपी 15 सीटों पर आगे चल रही है. रायपुर में बीजेपी कार्यालय पर सन्नाटा पसरा है.
रुझानों में कांग्रेस की बढ़त के बाद कार्यकर्ताओं का रायपुर में जश्न शुरू हो गया है.
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के संभावित सीएम उम्मीदवार
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की जीत पक्की नजर आ रही है, अभी तक आए रुझानों के हिसाब से कांग्रेस 68 सीटों पर आगे है, वहीं बीजेपी सिर्फ 18 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है.
छत्तीसगढ़ में अभी तक आए रुझानों के मुताबिक कांग्रेस 40 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं बीजेपी 15 सीटों पर आगे चल रही है और जनता कांग्रेस 5 सीटों पर आगे चल रही है.
कांग्रेस 68 सीटों पर आगे
बीजेपी 16 सीटों पर आगे
अन्य के खाते में 6 सीटें
शुरुआती रुझान कांग्रेस के पक्ष में नजर आ रहे हैं. कांग्रेस बहुमत की ओर बढ़ती नजर आ रही है. टीवी टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस 54 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि बीजेपी 24 सीटों पर आगे है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 61 सीट के रुझान आ गए हैं, जिसमें कांग्रेस 37 सीटों पर आगे चल रही है.वहीं ABP न्यूज चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक रमन सिंह पीछे चल रहे हैं. कांग्रेस ने रमन सिंह के खिलाफ अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को मैदान में उतारा था. फिलहाल शुरुआती रुझान में वो रमन सिंह से आगे चल रही हैं.
टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक छत्तीसगढ़ में शुरुआती रुझान कांग्रेस के पक्ष में दिख रहे हैं. अभी तक कांग्रेस 22 सीटों पर और बीजेपी 20 सीटों पर आगे है.
टीवी टुडे के रुझान के मुताबिक छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस 5-5 सीटों पर आगे हैं. यानी दोनों के बीच कांटे की टक्कर चल रही है.
आपको बता दें कि सबसे पहले पोस्टल बैलेट यानी दूसरे जगहों से डाक के जरिए आए मतों की गिनती होगी. उसके बाद ईवीएम की मशीनें खुलेंगी और गिनती चालू होगी.
वोटों की गिनती से पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता रमन सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी जीतेगी और सबसे ज्यादा सीटों के साथ सरकार बनाएंगे.
बीजेपी के रमन सिंह लगातार 3 बार से यहां मुख्यमंत्री हैं. 2013 के चुनाव में बीजेपी को 49 सीटें मिली थीं, वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को 41 सीटें मिली थीं. हालांकि दोनों पार्टियों के बीच 1 फीसदी से कम वोट शेयर का अंतर था.
काउंटिंग को अभी वक्त है लेकिन अभी से ही छत्तीसगढ़ के अलग-्अलग इलाकों में काउंटिंग सेंटर पर लोग जमा होना शुरू हो गए हैं. अलग-अलग पार्टी के कार्यकर्ता वहां मौजूद हैं और माहौल खूब गरमा रहा है.
छत्तीसगढ़ में 13 दिसंबर और 20 दिसंबर को दो चरणों में वोटिंग हुई. एग्जिट पोल में कांग्रेस और बीजेपी दोनों के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है. लेकिन इंडिया टुडे के एग्जिट पोल ने कांग्रेस को 55 से 65 सीटें मिलने का अनुमान बताया है, बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत है.
राज्य के 90 विधानसभा सीटों में से 29 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए और 10 सीटें अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं. साल 2013 में हुए चुनाव में बीजेपी ने 49 सीटों पर जीत के साथ सरकार बनाई थी. वहीं कांग्रेस को 39 सीटों पर, बीएसपी को एक सीट पर जीत मिली थी, जबकि एक सीट पर स्वतंत्र उम्मीदवार की जीत हुई थी.
वोटों की गिनती के लिए 5184 काउंटिंग ऑफिसर और 1500 ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं. मतगणना की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी. हॉल में हर रिटर्निंग ऑफिसर सबसे पहले डाक मतपत्र की गिनती करेगा. इसके 30 मिनट बाद ईवीएम में दर्ज वोटों की गिनती शुरू की जाएगी.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम में डाले गए वोटों के हर चरण में 14 मेजों पर गिनती होगी. सबसे ज्यादा कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में 30 चरण में गिनती होगी और सबसे कम मनेन्द्रगढ़ विधानसभा में 11 चरणों में वोटों की गिनती होगी.
छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में वोटों की गिनती जारी है. मतगणना के नतीजों और रुझानों से पूरी तरह साफ हो चुका है कि प्रदेश में कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनाने जा रही है. बीजेपी को यहां बुरी तरह हार का मुंह देखना पड़ा है.
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में, 12 नवंबर और 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी, जिसमें राज्य के 76.60 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. पूरे नतीजे आने के बाद 1079 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला हो जाएगा.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा का ये चौथा चुनाव है. इससे पहले तीन चुनावों में बीजेपी जीत हासिल कर पिछले 15 बरस से सत्ता में है. वहीं कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ा है.
राज्य में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला होता आया है, लेकिन इस बार के चुनाव में अजित जोगी की पार्टी ने बीएसपी के साथ गठबंधन कर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. कुछ सीटों में उनकी पार्टी का दखल होने के कारण मुकाबला रोचक हो गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)