कांग्रेस ने करीब तीन चौथाई जीत के साथ छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद जबरदस्त तरीके से वापसी की है. कांग्रेस को करीब 65 सीटें मिलती दिख रही हैं. जबकि बीजेपी सिर्फ 20 सीटों के आसपास सिमटती दिख रही है.
कांग्रेस की जीत हो गई है और इसके बाद सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर कौन बनेगा यहां मुख्यमंत्री. हम आपको बताते हैं, कांग्रेस के उन तीन नेताओं के बारे में जो बन सकते हैं छत्तीसगढ़ के अगले सीएम.
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भूपेश बघेल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष
भूपेश बघेल ओबीसी के बड़े नेता हैं. वो साल 2000 में हुए मध्य प्रदेश विभाजन से पहले दिग्विजय सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं. बघेल ने कांग्रेस को पुर्नजीवित करने के लिए राज्य का पैदल दौरा किया था. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल का अपने तेवरों से छत्तीसगढ़ की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान बनाने वाले राजनेताओं में शुमार होता है. छत्तीसगढ़ की आबादी में करीब 36 फीसदी हिस्सेदारी ओबीसी की है.
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टीएस सिंह देव, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष
टीएस सिंह देव यानी त्रिभुवनेश्वर सिंह. टीएस सिंह देव छत्तीसगढ़ राज्य के सबसे अमीर विधायक हैं. वह सरगुजा स्टेट के राजपरिवार से ताल्लुक रखते हैं. देव ठाकुर परिवार से आते हैं. वो राज्य विधानसभा के अंदर और बाहर कांग्रेस के सबसे जाने-माने नेता हैं.टीएस सिंह देव अंबिकापुर से चुनाव लड़ रहे हैं. शुरुआती रुझान में वो आगे चल रहे हैं.
ताम्रध्वज साहू, AICC की OBC सेल के चेयरमैन
ताम्रध्वज साहू अति पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय से आते हैं. वह ओबीसी वोटरों, खासकर साहू समुदाय में प्रभावशाली नेता हैं. उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का करीबी माना जाता है.
साहू दुर्ग से सांसद हैं और पार्टी की ओबीसी सेल के प्रमुख हैं. जातीय समीकरणों की मानें तो सूबे की 20 फीसदी यानी 18 सीटों पर साहू समुदाय निर्णायक भूमिका की स्थिति में है.
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