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गुजरात चुनाव (Gujarat Election 2022) के नतीजे आ चुके हैं, तस्वीर साफ है. बीजेपी लगातार सातवीं पर सत्ता पर काबिज होने को तैयार है. कोई कह रहा है कि AAP ने कांग्रेस का खेल बिगाड़ा, तो किसी का मानना है कांग्रेस की 'निष्क्रियता' ने बीजेपी को मौका दिया.
एक बड़ी दलील ये भी है कि बीजेपी की इस जीत के पीछे लोकल फैक्टर कम नेशनल फैक्टर या यूं कहें पीएम मोदी की भूमिका ज्यादा है. अब ये कितना सच है ? ये समझने के लिए उन सीटों का हाल देखते हैं जहां पीएम मोदी ने रैलियां कीं.
मोदी ने गुजरात में 30 से ज्यादा रैलियां कीं. जहां कीं उनमें से कुछ खास सीटों का रिजल्ट क्या हुआ देखते हैं. मोदी ने जिन 14 जिलों में रैली की, वहां कुल 83 विधानसभा सीट है. अब इनमें से कांग्रेस ने जीती हैं 7 सीटें - वाव, दांटा, वड़गाम, कंकरेज, वीजापुर, कंकरेज, सोमनाथ और वांसदा.
बात करें बीजेपी की, तो गांधी नगर नॉर्थ और साउथ, राजकोट ईस्ट, राजकोट वेस्ट, राजकोट साउथ, राजकोट रूरल, पालनपुर, दीसा, देवदर, खेरालू, ऊंझा, विसनगर, बेचारजी, महसाना समेत 14 जिलों की 71 विधानसभा सीटों पर पार्टी ने जीत हासिल की है. कुल जमा बात ये है कि भले ही गुजरात चुनाव नतीजों के पीछे मोदी मैजिक या मोदी लेहर जैसे टर्म्स अब नकारे जा रहे हों, पर उनकी रैलियों का असर तो नतीजों में दिखा है. और ये भी सच है कि मोदी की स्ट्राइक रेट स्ट्राइक 100% नहीं है.
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