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Healthy Drinks For Children: मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने कहा है कि बॉर्न वीटा (Bourn Vita) और चीनी से बने दूसरे पेय पदार्थों को अब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर 'हेल्थ ड्रिंक' के रूप में कैटोगोराइज्ड नहीं किया जा सकता है.
10 अप्रैल को लिखे पत्र में मंत्रालय ने ई-कॉमर्स कंपनियों को लिखा,
इसमें कहा गया है, "सभी ई-कॉमर्स कंपनियों/पोर्टलों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी साइटों/प्लेटफॉर्मों से बॉर्न वीटा सहित पेय/पेय पदार्थों को "हेल्थ ड्रिंक" की श्रेणी से हटा दें."
क्या इसका मतलब यह है कि बॉर्न वीटा अनहेल्दी है? लिस्ट में दूसरे कौन से प्रोडक्ट हैं और उनसे क्या नुकसान होता है? बच्चों के लिए हेल्दी ड्रिंक कौन से हैं? फिट हिंदी ने एक्सपर्ट से बात की और जाना इन सवालों के जवाब.
बहुत अधिक और परमिसिबल लिमिट से अधिक चीनी वाले पेय पदार्थों की जांच के बाद, एनसीपीसीआर ने कहा कि फूड सेफ्टी एंड स्टेण्डर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया 'हेल्थ ड्रिंक' को बिल्कुल भी परिभाषित नहीं करता है और इसलिए वे हमारे फूड सेफ्टी कानूनों के तहत एक श्रेणी नहीं हैं.
एफएसएसएआई (FSSAI) ने पहले भी डेयरी-आधारित और माल्ट-आधारित पेय पदार्थों को 'हेल्थ ड्रिंक' और 'एनर्जी ड्रिंक' के रूप में कैटेगोराइज्ड किए जाने के खिलाफ चेतावनी दी थी.
फिट हिंदी ने एक्सपर्ट से पूछा इस एडवाइजरी को जारी करने के पीछे की वजह क्या है?
पत्र में एकमात्र प्रोडक्ट बॉर्न वीटा का जिक्र किया गया है पर, यह एक ब्लैंकेट ऑर्डर है, जो ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर 'हेल्थ ड्रिंक' के तहत आने वाले सभी खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों पर लागू होता है.
पिछले साल अप्रैल में, इंफ्ल्यूएंसर रेवंत हिमतसिंगका (@foodpharmer सोशल मीडिया पर) ने 'हेल्थ ड्रिंक' कैडबरी बॉर्न वीटा का रिव्यू करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया था, जहां उन्होंने प्रोडक्ट में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होने की बात कही थी.
विवाद खड़ा होने के बाद एनसीपीसीआर (NCPCR) ने कंपनी से अपने सभी भ्रामक विज्ञापनों को हटाने और इस बारे में स्पष्टीकरण (explanation) दाखिल करने को भी कहा था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, चीनी के सेवन की स्वीकार्य (permissible) सीमा 2-4 चम्मच है, या आदर्श रूप से हर दिन आपकी डाइट से 10% कम.
पिछले साल जब विवाद अपने चरम पर था, तो न्यूट्रिशन एडवोकेसी इन पब्लिक इंटरेस्ट - इंडिया ने एक बयान जारी कर बताया कि बहुत अधिक चीनी खाना व्यक्तियों के लिए हानिकारक क्यों हो सकता है:
एक्सपर्ट बताते हैं कि बच्चों को हाई शुगर ड्रिंक्स पीने से कई नुकसान हो सकते हैं. सबसे प्रमुख नुकसान है कि यह ड्रिंक्स बच्चों को सिर्फ कैलरी देते हैं, जो कि उनके विकास के लिए बिल्कुल भी पोषक और सेहतमंद नहीं होते. इसके अलावा शुगर इंटके अधिक होने से बच्चों का वजन बढ़ सकता है, जो ओबेसिटी का कारण बनता है.
बच्चों में हाई शुगर ड्रिंक्स के नुकसान:
विकास में समस्या
वजन बढ़ने से ओबेसिटी
हार्ट प्रॉब्लम
डायबिटीज
डेंटल प्रॉब्लम
न्यूट्रीशन और गैर-संचारी रोग एक्सपर्ट्स ने अक्सर कहा है कि जब कोई प्रोडक्ट खुद को 'हेल्दी' बताते हुए अपना प्रचार करता है, तो आम तौर पर लोग इस पर विश्वास करते हैं, बिना यह जांचे कि इसमें कितनी चीनी, प्रीसर्वेटिव्स, इमल्सीफायर हैं.
2023 में NAPI के बयान में यह भी कहा गया था,
बच्चों के लिए हेल्दी ड्रिंक्स के कुछ विकल्प ये हैं:
दूध: दूध एक महत्वपूर्ण पोषक तत्त्व है, जो बच्चों के ओवरआल हेल्थ, विकास और पोषण के लिए आवश्यक है. जैसे की हल्दी दूध, बादाम दूध, सर्दियों मे खजूर का दूध. कुछ बच्चों को दूध से समस्या होती है, ऐसे में डॉक्टर की सलाह लें.
नींबू पानी और शिकंजी: यह नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट्स और विटामिन सी से भरपूर होते हैं, जो बच्चों को गर्मी में हाइड्रेट रखते हैं. इनमें चीनी की मात्रा का ध्यान रखें.
फ्रेश फ्रूट जूस: घर पर तैयार किये गए फ्रेश फ्रूट जूस बच्चों के लिए अच्छे होते हैं लेकिन इनमें शुगर की मात्रा का ध्यान रखा जाना चाहिए.
नारियल पानी : नारियल का पानी बच्चों के लिए एक स्वस्थ और काफी अच्छा ड्रिंक है क्योंकि इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स और पोटैशियम पाया जाता है, जो उनकी हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बनाये रखने में मदद करता है.
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