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Disease X: पूरी दुनिया बीते 3 सालों से कोरोनावायरस के कहर को झेल रही थी. कुछ दिनों पहले ही WHO ने कोविड 19 को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की श्रेणी से हटाया है.
उसके बाद ही WHO के प्रमुख डॉ टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने पिछले हफ्ते एक और महामारी, ‘डिजीज X’ (Disease X), के खिलाफ चेतावनी दी थी. तब से कई रिपोर्ट आ रही हैं कि कैसे यह COVID-19 से अधिक विनाशकारी/खतरनाक हो सकता है.
यह 'डिजीज X' क्या है? क्या ऐसा कुछ है, जिसके बारे में हमें चिंतित होना चाहिए? इस आर्टिकल में फिट हिंदी आपको यह सब बता रहा है.
‘डिजीज X’ ग्लोबल हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की "प्राथमिकता वाली बीमारियों" की सूची में है. लेकिन क्या बीमारी मौजूद भी है? शायद हां-शायद नहीं.
WHO की वेबसाइट बताती है:
डिजीज X अभी तक कोई असली रोग नहीं है.
यह टर्म ऐसे संभावित रोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो भविष्य में तबाही मचा सकते हैं.
यह शब्द 2018 में गढ़ा गया था.
न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, ग्लोबल ऑर्गेनाइजेशन और विशेषज्ञ "संभावित महामारी एजेंटों" की खोज के लिए धन जुटाने और रिसर्च और निगरानी बढ़ाने में लगे हैं.
WHO के महानिदेशक ने कहा कि हमें संभावित पैथोजन, जो एक और महामारी का कारण बन सकते हैं और जानमाल का नुकसान कर सकते हैं, के लिए तैयार रहने की जरूरत है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि पिछली महामारियों की तरह, 'डिजीज X' भी जूनोटिक हो सकती है, जिसका अर्थ है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाले कीटाणुओं के कारण हो सकता है.
'डिजीज X' के अलावा, WHO की "प्राथमिकता रोग" सूची में शामिल हैं:
COVID-19
क्रीमियन-कांगो हेमोरेजिक फीवर
इबोला
मारबर्ग
लस्सा फीवर
मिडल ईस्टर्न रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस (MERS-CoV)
सिवीयर अक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (सार्स)
निपाह और हेनिपा वायरल डिजीज
रिफ्ट वैली फीवर
जीका
(इंडियन एक्सप्रेस और इंडिया टुडे के इनपुट्स के साथ)
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