20 अप्रैल (गुरुवार) को भारत में COVID-19 के 12,591 नए केस दर्ज किए गए. देश में सक्रिय मामले बढ़कर 65,286 हो गए हैं. दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 1,767 नए COVID-19 के मामले सामने आये हैं. कुल 1427 मरीज ठीक हुए और 6 की मौत हुई है. राज्य में 6046 एक्टिव मामले हैं. आज की कोविड पॉजिटिविटी 28.63% है.
नए डेवलपमेंट:
ओमीक्रॉन के सब-वेरिएंट XBB1.1.6, जो भारत में वर्तमान COVID वेव का कारण माना जा रहा है, को आर्कटुरस नाम दिया गया है.
डॉक्टरों ने मरीजों में ऐसे सिम्प्टम्स की सूचना दी है, जो पहले कोविड में नहीं देखे गए थे. विशेष रूप से, कन्जंगक्टवाइटिस और आंखों में खुजली.
हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अन्य ऑमिक्रॉन स्ट्रेनों की तुलना में आर्कटुरस के अधिक तेजी से फैलने या अधिक गंभीर बीमारी पैदा करने का कोई सबूत नहीं है.
यह क्यों मायने रखता है: COVID की इस लहर में, मुंबई, दिल्ली और बैंगलोर सहित प्रमुख शहरों के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि की सूचना मिल रही है.
COVID मामलों में यह बढ़ाव महीनों बाद आया है. यहां तक कि, अमेरिकी राष्ट्रपति, जो बिडेन ने, एक सप्ताह पहले, 10 अप्रैल को एक बिल पर साइन किया जिसमें आधिकारिक रूप से COVID नेशनल इमरजेंसी के समाप्ति की घोषणा की गई.
क्या यह चिंता का कारण है? पिछले हफ्ते फिट से बात करते हुए, पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट, डॉ. श्रीनाथ रेड्डी ने स्पष्ट किया, "विभिन्न कारणों से, मुझे लगता है कि हमें समय-समय पर ऐसे बढ़ाव दिखेंगे."
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक अधिक तेजी से फैलने वाला कोई वेरिएंट सामने नहीं आता है और हमें गंभीर बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले मामलों की संख्या में वृद्धि नहीं दिखाई देती है, तब तक चिंता करने का कोई कारण नहीं है.
देश भर में वैज्ञानिक इस वेरिएंट पर ध्यान रख रहे हैं.
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