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बर्थडे, पुण्यतिथि, मैरिज एनिवर्सरी, वैलेंटाइन डे ये सब आपने सुना होगा. लेकिन क्या आपने बेरोजगार दिवस सुना है? हां, ये भी होता है. हर साल 6 मार्च को भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में विश्व बेरोजगारी दिवस (World Unemployment Day) के रूप में मनाया जाता है. लेकिन फिलहाल भारत में इस दिन पर चर्चा ज्यादा है, क्योंकि जब नौकरी के नाम पर कभी पेपर लीक, कभी पुलिसिया डंडे, कभी अदालत का चक्कर होगा तो चर्चा तो होगी ही न.
चलिए तो आपको बेरोजगारी दिवस पर इस देश में पिछले कुछ वक्त में सरकारी नौकरियों के एग्जाम में हुए पेपर लीक और धांधली की कहानी बताते हैं.
अब ताजा-ताजा पेपर लीक से शुरू करते हैं. इसी साल फरवरी में उत्तराखंड के देहरादून की सड़कों पर पुलिस छात्रों को पीट रही थी. वजह थी कि उत्तराखंड में एक के बाद एक पेपर लीक हो रहे थे जिसकी वजह से अभ्यर्थी एग्जाम कराने वाले आयोगों में भ्रष्टाचार, धांधली, पेपर लीक, नौकरी में देरी के खिलाफ सड़क पर उतर आए थे.
इससे पहले पटवारी और लेखपाल के लिए एग्जाम कराने की जिम्मेदारी Uttarakhand Subordinate Services Selection Commission के पास थी लेकिन कई और पेपर लीक की वजह से UKSSSC सवालों के घेरे में आ गया था. फिर सरकार ने इस भर्ती की जिम्मेदारी सितंबर 2022 से उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (UKPSC) को सौंप दी थी. लेकिन फिर भी पेपर लीक हो गया.
अब उत्तराखंड में एक नहीं दर्जनों सरकारी नौकरी से जुड़े एग्जाम में धांधली और पेपर लीक की बात सामने आई है. Junior engineer (JE) और Assistant Engineer की भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक हो चुका है. सेक्रेटेरिएट गार्ड भर्ती, junior assistant (judiciary), फॉरेस्ट गार्ड की परीक्षाएं के पेपर लीक होने की भी बात सामने आई थी.
हिमाचल प्रदेश में साल 2022 में हुए कुछ पेपर लीक की कहानी भी जान लीजिए. हिमाचल प्रदेश में पहले पुलिस भर्ती का पेपर लीक चर्चा में था उसके बाद दिसंबर के महीने में जूनियर आफिस एस्टिटेंट (जेओए-आईटी) का पेपर लीक (JOA-IT Paper Leak) हो गया. हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग, हमीरपुर (HPSSC) की ओर से यह पेपर आयोजित करवाया जा रहा था. 25 दिंसबर को परीक्षा थी. लेकिन पेपर लीक की खबर के बाद एग्जाम रद्द कर दिया गया.
हिमाचल पुलिस कांस्टेबल के 1334 पदों के लिए 27 मार्च 2022 को परीक्षा हुई थी. लेकिन 6 मई को परीक्षा रद्द करना पड़ा.
इन पेपर लीक और धांधली को देखते हुए कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने कर्मचारी चयन आयोग, हमीरपुर को निलंबन के बाद भंग कर दिया है. सरकार ने साल 2019 से ली गई सभी परीक्षाओं को भी जांच के घेरे में रखा है. जांच रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 से ली गईं 22 परीक्षाओं की भी जांच चल रही है. ऐसे में 2500 से अधिक पदों पर हुई भर्तियों पर तलवार लटकी पड़ी हैं.
गुजरात में 29 जनवरी 2023 को होने वाली जूनियर क्लर्क की प्रतियोगी परीक्षा पेपर लीक हो जाने की वजह से रद्द कर दी गई थी. 1,150 जूनियर क्लर्क पदों के लिए नौ लाख उम्मीदवारों ने फॉर्म भरे थे.
राज्य पंचायत परीक्षा बोर्ड ने अपने बयान में बताया था कि पुलिस ने संदिग्ध को पकड़ा और उसके पास से परीक्षा के प्रश्नपत्र की प्रति बरामद की, जिसके बाद गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड ने अभ्यर्थियों के व्यापक हित में परीक्षा ‘स्थगित करने’ का फैसला किया12 नवंब
जब देश भर में सरकारी नौकरियों के पेपर लीक हो रहे हों तो राजस्थान इस रेस में कैसे पीछे छूट सकता है. आए दिन पेपर लीक की खबरें. ताजा मामला वरिष्ठ शिक्षक भर्ती पेपर लीक का है.
राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से करवाई जा रही वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के ग्रुप सी का सामान्य ज्ञान का प्रश्न पत्र लीक हो गया. ये पेपर 21 दिसंबर को होना था. लेकिन पेपर शुरू होने से पहले ही आयोग के चेयरमैन संजय कुमार श्रोत्रिय ने प्रश्न पत्र को निरस्त करने की घोषणा भी कर दी है.
नवंबर 2022 में राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने वनरक्षक भर्ती परीक्षा (Rajasthan forest guard recruitment) की दूसरी पारी का पेपर निरस्त कर दिया था, क्योंकि वनरक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था.
जिस परीक्षा को निरस्त किया गया है उसमें 2 लाख 11 हजार 174 अभ्यार्थी शामिल हुए थे. 2300 पदों के लिए वनरक्षक भर्ती निकली थी.
राजस्थान में साल 2021 में हुए अध्यापक पात्रता परीक्षा 'रीट' (REET Exam Leak) को लेकर काफी हंगामा भी हुआ है. 26 सितंबर 2021 को आयोजित राजस्थान पात्रता परीक्षा (आरईईटी) का प्रश्नपत्र परीक्षा से दो दिन पहले लीक हो गया था. पुलिस जांच में पता चला था कि राज्य शिक्षा विभाग के एक कार्यालय से एक प्रश्नपत्र चोरी हो गया था और उसके बाद लीक हो गया, और आरोपियों ने पेपर के बदले 1.22 करोड़ रुपए पाए थे.
बता दें कि शिक्षकों के लिए राजस्थान पात्रता परीक्षा (रीट) प्राथमिक और उच्च प्राथमिक सरकारी स्कूल के शिक्षकों की सीधी भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा है. उस दौरान करीब 31 हजार पदों के लिए एग्जाम होने थे, जिसके लिए 16 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया था.
बात है साल 2022 के मई महीने की. 8 मई 2022 को BPSC की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (BPSC 67th. Combined Preliminary Examination) का पेपर लीक हो गया था. पेपर के लीक होने के बाद बनी जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद आयोग ने परीक्षा को रद्द (BPSC Prelims Paper Cancelled) कर दिया. परीक्षा शुरू होने के पहले ही कई टेलीग्राम ग्रुप पर प्री का पेपर वायरल हो चुका था.
23 दिसंबर 2022 को बिहार कर्मचारी चयन आयोग का एग्जाम का पेपर लीक हो गया था. पेपर लीक होने के बाद पहली शिफ्ट की परीक्षा रद्द कर दी गई. बता दें कि 8 साल बाद बीएसएससी में भर्ती निकली थी. कुल 2187 खाली पड़े पदों के लिए भर्ती होनी है. इसमें करीब 9 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे.
उत्तर प्रदेश में पेपर लीक का इतिहास बहुत पुराना रहा है. शिक्षक भर्ती से लेकर दरोगा बनने तक के एग्जाम का पेपर आउट होता रहा है. नौकरी तो छोड़िए स्कूली एग्जाम का पेपर बाहर आ जाता रहा है. बात है साल 2022 के अप्रैल महीने की. यूपी बोर्ड के 12वीं क्लास के अंग्रेजी का पेपर लीक हो गया था. 2 बजे से एग्जाम होना था और 1 बजे खबर आई कि पेपर लीक हो चुका था. जिसके बाद बलिया, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, और गोरखपुर जैसे 24 जिलों में अंग्रेजी की परीक्षा रद्द कर दी गई.
ये तो हुई स्कूल की बात अब नौकरी पर आते हैं.
28 नवंबर 2021- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test यानी UPTET का पेपर लीक. 28 नवंबर 2021 को यूपी टीईटी (UP-TET 2021) का पेपर लीक हुआ था, इसमें कुल मिलाकर 21 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था.
उत्तर प्रदेश में 31 जनवरी 2021 को Central Teacher Eligibility Test की परीक्षा आयोजित हुई थी. दो फरवरी को पेपर आउट की खबर बाहर आई. यहां सिर्फ पेपर ही लीक नहीं हुआ, यहां 'मुन्नाभाई' वाली कहानी भी सामने आई. 50 हजार रुपए लेकर असली कैंडिडेट की जगह पर कोई और एग्जाम दे रहा था. पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया.
नवंबर 2020 में डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन के सेकंड सेमेस्टर के मैथ्स की परीक्षा निरस्त करनी पड़ी थी. वजह थी कि एग्जाम से आधा घंटा पहले प्रश्नपत्र व्हाट्सएप पर वायरल हो गया था. तकरीबन 2.5 लाख लोग इस एग्जाम में शामिल हुए थे.
सितंबर 2018, Subordinate Services Selection Commission के तहत ही नलकूप ऑपरेटरों की भर्ती के एग्जाम का पेपर लीक. इस मामले में यूपी एसटीएफ ने मेरठ से 11 लोगों को गिरफ्तार किया था.
जुलाई 2018, UPSSSC Paper Leak. 14 डिपार्टमेंट में लोअर सबऑर्डिनेट के पोस्ट के लिए करीब 67 हजार से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था. जब एसटीएफ ने पेपर लीक की पुष्टि की तो इसे भी रद्द कर दिया गया.
फरवरी 2018, यूपीपीसीएल पेपर लीक. जूनियर इंजीनियर (जेई) परीक्षा को निरस्त कर दिया गया था.
तो कुल मिलाकर बात साफ है बेरोजगारी की एक अहम वजह पेपर लीक है. एक तरफ तो सरकार भर्ती निकालने में समय लगाती है, दूसरी ओर परीक्षा होने के बाद की कार्यवाहियों में काफी समय लग जाता है. और अगर एग्जाम हो गया तो पेपर लीक.
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