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महाराष्ट्र सरकार ने नवंबर 2020 में श्रद्धा वालकर के लिखे गए एक पत्र पर पालघर पुलिस की 'निष्क्रियता' की जांच का आदेश दिया है. श्रद्धा ने शिकायत पत्र में लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला से मौत की धमकी का जिक्र किया था. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) , जिनके पास गृह विभाग भी है, ने कहा कि पत्र में बहुत गंभीर कंटेंट है और कहा कि मामले में जांच की जरूरत है. फडणवीस ने मीडियाकर्मियों से कहा, किसी को दोष दिए बिना, हमें सच्चाई जानने की जरूरत है. अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो हत्या को टाला जा सकता था.
श्रद्धा वालकर ने 23 नवंबर, 2020 को तुलिंज पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत दी थी जिसमें उसने कहा था कि कैसे आफताब ने उसे मारने और टुकड़ों में काटने की धमकी दी थी. पत्र, जो अब सामने आया है, को स्थानीय पुलिस ने विधिवत स्वीकार भी किया. पुलिस ने कहा कि हालांकि उसने मामले की जांच की थी, लेकिन श्रद्धा ने बाद में अपनी शिकायत वापस ले ली और एक और पत्र दिया, जो इस मुद्दे को समाप्त करने का संकेत था.
अपनी हाथ से लिखी याचिका में, वह काफी दुखी लग रही थी, यह कहते हुए कि आफताब उसकी पिटाई करता है, उसे ब्लैकमेल करता है और उसकी हत्या करने और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी भी देता है.
अब लगभग दो साल बाद यह सब 12 नवंबर को आफताब की गिरफ्तारी के साथ सच साबित हुआ. 18 मई को दिल्ली में आफताब ने उसके शरीर को कई टुकड़ों में काट दिया और फिर कई हफ्तों में उन टुकड़ों को ठिकाने लगा दिया.
25 साल की श्रद्धा ने अपने पत्र में उल्लेख किया था कि कैसे वो और 26 वर्षीय आफताब विजय विहार कॉम्प्लेक्स में एक साथ रह रहे थे, लेकिन वह छह महीने से आफताब उसे गाली दे रहा था और उसकी पिटाई कर रहा था.
"आज उसने मेरा दम घोंटकर मुझे मारने की कोशिश की और उसने मुझे डरा दिया और ब्लैकमेल किया कि वह मुझे मार डालेगा, मेरे टुकड़े-टुकड़े कर देगा और मुझे फेंक देगा."
श्रद्धा ने पत्र में लिखा, छह महीने हो गए हैं, वह मुझे लगातार पीट रहा है. मुझमें पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं थी क्योंकि वह मुझे जान से मारने की धमकी देता है. एक चौंकाने वाले खुलासे में, श्रद्धा ने कहा था कि आफताब के माता-पिता जानते हैं कि वह मुझे मारता है और उसने मुझे मारने की कोशिश की.
वे हमारे साथ रहने के बारे में भी जानते हैं और वे वीकेंड पर हमसे मिलने आते हैं. मैं आज तक उसके साथ रहती आई हूं क्योंकि हम जल्द ही शादी करने वाले हैं और मुझे उसके परिवार का आशीर्वाद भी हासिल है.
जाहिर तौर पर तंग आकर उसने घोषणा की, कि अब मैं उसके साथ रहने के लिए तैयार नहीं हूं, इसलिए किसी भी तरह की शारीरिक नुकसान को उसकी पिटाई का नतीजा ही माना जाएगा. वो मुझे मारने के लिए ब्लैकमेल कर रहा है या जब भी वह मुझे कहीं भी देखता है तो मुझे चोट पहुंचाता है.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, एक पुलिस अधिकारी वसई पूर्व में उसके घर में भी गया था, जहां युवा जोड़ा रहता था, लेकिन उसने स्पष्ट रूप से कहा कि वो इस मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहती है.
चूंकि उसने अपनी पिछली शिकायत को वापस लेने के लिए पहले ही एक पत्र दिया था, इसलिए पुलिस ने कहा कि वे उसे मामले को आगे बढ़ाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते या यहां तक कि जबरन उसके घर में प्रवेश नहीं कर सकते.
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