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रामनवमी (Ram Navami) जुलूस के बीच हुए विवाद के बाद से ही मध्यप्रदेश के खरगौन में स्थिति तनावपूर्ण है. कई जगहों पर आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आईं. कुछ दुकानों और मकानों पर प्रशासन ने बुल्डोजर भी चला दिया. ऐसे कई वीडियो अब भी सामने आ रहे हैं जहां मुस्लिम धार्मिक स्थलों पर जुलूस ज्यादा अक्रामक दिख रहे हैं. ऐसा ही एक वीडियो मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा.
बाद में पता चला कि वो वीडियो असल में उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरपुर का था. हालांकि, दिग्वजिय ने बाद में ट्वीट डिलीट कर लिया पर इससे राजनीतिक घमासान थमा नहीं. उनपर एफआईआर हो चुकी है और अब दिग्विजय भी शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एक पुराने मामले में FIR की मांग कर रहे हैं.
दिग्विजय सिंह ने एक फोटो ट्वीट की, जिसमें भीड़ में से कुछ लोग एक मस्जिद पर भगवा झंडा लगा रहे थे. दिग्विजय सिंह ने इस वीडियो में हो रही घटना पर आपत्ति जताई और सीएम शिवराज सिंह चौहान को निष्पक्षता याद दिलाई.
ये फोटो असल में एक वीडियो का स्क्रीनशॉट है, जिसमें अक्रामक दिख रही भीड़ मस्जिद के सामने जुलूस निकाल रही है. और फिर कुछ लोग मस्जिद पर ही भगवा झंडा फहराने लगते हैं.
दिग्विजय सिंह ने जो फोटो ट्वीट की, वो मध्यप्रदेश की नहीं थी. बस यहीं से एमपी की बीजेपी सरकार की इस मामले में एंट्री हुई. सबसे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान आया, उन्होंने दिग्विजय सिंह पर पर भ्रम फैलाकर सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाने का आरोप लगाया. नरोत्तम मिश्रा ने ये भी कहा कि लीगल एक्सपर्ट्स से सलाह लेकर उनपर लीगल एक्शन लिया जाएगा.
नरोत्तम मिश्रा के बयान के चंद मिनटों बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी इस मामले में ट्वीट किया. शिवराज ने भी दिग्विजय सिंंह पर धार्मिक उन्माद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि ''ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा''
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का आरोप है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान 2019 में राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं का मजाक बनाते हुए एक वीडियो ट्वीट किया था, जो असल में फेब्रिकेटेड था. दिग्विजय सिंह ने इस मामले में शिवराज सिंह चौहान पर एफआईआर की मांग करते हुए एक शिकायती आवेदन भी पुलिस कमिश्नर को लिखा है.
दिग्विजय सिंह के जिस ट्वीट के बाद ये पूरा विवाद शुरू हुआ था, वो उनकी तरफ से डिलीट कर लिया गया है. एक बार वो वीडियो भी देख लीजिए, जिसको लेकर दिग्विजय सिंह शिवराज सिंह चौहान पर एफआईआर की मांग कर रहे हैं.
दिग्विजय सिंह शिवराज पर FIR की मांग करने के बाद अपने स्टैंड पर कायम हैं. उन्होंने 13 अप्रैल को इस मामले को लेकर फिर ट्वीट किए. दिग्विजय ने अपने ट्वीट में स्पष्टीकरण दिया कि जब उन्हें पता चला कि फोटो मध्यप्रदेश की नहीं है, उन्होंने डिलीट कर दी.
दिग्विजय ने आगे लिखा ''मेरा प्रशासन और देश की न्याय व्यवस्था से यह सवाल है कि जो पूरे देश को दिख रहा है वह व्यवस्था के उच्च शिखर पर बैठे लोगों को क्यों नज़र नहीं आ रहा है. जो लोग खुलेआम उन्मादी भाषण दे रहे हैं.''
(इनपुट - इज़हार हसन खान)
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