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एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, राजनीतिक पार्टियों को मिले 59.57% आय का स्रोत अज्ञात है. इसमें चुनावी बॉन्ड्स (Electoral Bonds) भी शामिल है. आपको बता दें कि वर्तमान में राजनीतिक दलों को 20,000 रुपये से कम की दान राशि के दान दाताओं की पहचान सामने लाना जरूरी नहीं है.
पार्टियों ने चुनाव आयोग को वित्तीय वर्ष 2022-23 की फाइनेंशियल रिपोर्ट सौंपी थी. ADR ने इस पर बुधवार, 7 मार्च को रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2004-05 से 2022-23 के बीच, सभी राष्ट्रीय दलों ने अज्ञात स्रोतों से कुल मिलाकर रु 19,083.08 करोड़ की कमाई की.
ADR ने ये भी कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों की ऑडिट रिपोर्ट के एनालिसिस और चुनाव आयोग में पार्टी द्वारा दिए गए डोनेशन स्टेटमेंट में पता चलता है कि बड़ी रकम अनजान स्रोत से आई है.
ADR ने अपनी रिपोर्ट में 6 पार्टियों की आय का अध्ययन किया है जिसमें बीजेपी, कांग्रेस, सीपीआई-एम, बीएसपी, आम आदमी पार्टी (AAP) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPEP) शामिल हैं.
इन फंडों का बड़ा हिस्सा बीजेपी (BJP) को मिला. 2022-23 के दौरान, सत्तारूढ़ पार्टी ने अज्ञात स्रोतों से ₹1,400.23 करोड़ जमा किए. यह सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा अज्ञात स्रोतों से कमाए कुल आय का 76.39% है. अन्य पांच राष्ट्रीय दलों को अज्ञात स्रोतों से केवल ₹432.63 करोड़ मिले हैं.
कांग्रेस (Congress) को अज्ञात स्रोतों से कुल 315.11 करोड़ रुपये मिले जो सभी दलों द्वारा कमाए आय का 17.19% था. इसके अलावा, कांग्रेस और सीपीआई (एम) ने कूपन की बिक्री से 136.79 करोड़ रुपये की कुल आय भी जारी की जो अज्ञात स्रोतों से आय का 7.46 प्रतिशत है जबकि 6 राष्ट्रीय दलों ने स्वैच्छिक योगदान से 183.2811 करोड़ रुपये (10%) की राशि जमा की है.
बीएसपी (BSP) ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में घोषणा की कि उसे अज्ञात स्रोतों (स्वैच्छिक योगदान (₹20,000 से ऊपर या नीचे), कूपन और चुनावी बॉन्ड से कोई धन लाभ नहीं हुआ. ADR के रिपोर्ट के मुताबिक, बीएसपी पार्टी को अन्य ज्ञात स्रोतों से ही कुल 29.27 करोड़ रुपये की कमाई हुई है. इसमें 15.05 करोड़ का बैंक इंटरेस्ट,13.73 करोड़ रुपये की मेंबरशिप फीस,अचल संपत्ति बेचने के बाद हासिल 28.49 लाख और 2021-22 में इनकम टैक्स रिफंड पर 20.65 लाख की राशि शामिल है.
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