advertisement
किडनी की बीमारी से पीड़ित वित्तमंत्री अरुण जेटली अगले सोमवार से अपने ऑफिस का कामकाज एक बार फिर शुरू कर सकते हैं. लेकिन इससे पहले इस हफ्ते उनकी दो बार और डायलिसिस कराई जा सकती है.
65 साल के जेटली को शुक्रवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती किया गया था. वहां दो दिन तक चली जांच के बाद सोमवार को उनकी डायलिसिस की गई. इसके बाद कुछ चीजों से परहेज बताकर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी.
पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक, इस हफ्ते जेटली की दो और डायलिसिस होगी. इसके बाद जेटली 16 अप्रैल से कामकाज शुरू कर सकते हैं. पिछले सोमवार से जेटली अपने घर पर हैं, ऑफिस नहीं जा रहे हैं. संक्रमण के खतरे से बचाने के लिए ज्यादा लोगों को उनसे मिलने की इजाजत भी नहीं दी जा रही है.
बता दें कि अस्पताल जाने से पहले जेटली की किडनी ट्रांसप्लांट किए जाने की चर्चा थी. लेकिन इलाज कर रहे डॉक्टरों ने उन्हें कुछ समय के लिए डायलिसिस और दवाओं पर रहने की सलाह दी है. किडनी के ठीक से काम न करने पर रक्त की मशीन से सफाई के लिए डायलिसिस की जाती है.
हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में अरुण जेटली चुने गए हैं, लेकिन अपनी इस बीमारी की वजह से अभी तक शपथ नहीं ले सके हैं. उनका मौजूदा कार्यकाल दो अप्रैल को खत्म हो रहा है. वित्तमंत्री का इलाज अपोलो अस्पताल के किडनी ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ संदीप गुलेरिया कर रहे हैं. वह एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया के भाई हैं और जेटली के परिवारिक मित्र हैं.
ये भी पढ़ें-
केजरीवाल ने तो मांग ली जेटली से माफी, लेकिन विश्वास से ना हो पाएगा
सांसदों को जेटली की नसीहत, लोगों पर नहीं मुद्दों पर हों आक्रामक
जेटली के लिए बजट की घोषणाएं लागू कर पाना बड़ी चुनौती: राघव बहल
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)