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श्रीनगर ग्राउंड रिपोर्ट 11: बंदिशों के बीच मना 15 अगस्त

जानिए- लाल किले से पीएम मोदी के संबोधन पर क्या बोले कश्मीर के लोग?

शादाब मोइज़ी
भारत
Updated:
श्रीनगर से क्विंट की ग्राउंड रिपोर्ट
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श्रीनगर से क्विंट की ग्राउंड रिपोर्ट
(फोटोः Quint Hindi)

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देशभर में आजादी का जश्न मनाया गया. लेकिन कश्मीर के अधिकांश इलाकों में 15 अगस्त के दिन भी कर्फ्यू जैसे हालात रहे. हालांकि, श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया गया, जहां राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने तिरंगा फहराया.

श्रीनगर में मौजूद द क्विंट के संवाददाता शादाब मोइज़ी ने टेलिफोन पर हुई बातचीत में बताया कि कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया गया.

कर्फ्यू जैसे हालातों में मना स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में किया गया था. लेकिन शहर में स्वतंत्रता दिवस को लेकर कोई रौनक नहीं दिखी. सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे तक सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा.

कर्फ्यू जैसे हालातों के चलते जम्मू-कश्मीर के किसी भी हिस्से से हिंसा की कोई खबर नहीं है. हालांकि, सरकार श्रीनगर में की गई सख्ती को कर्फ्यू नहीं कह रही है, लेकिन जो सख्ती की गई थी, उससे कर्फ्यू जैसे हालात रहे. सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे तक आम नागरिक से लेकर मीडिया तक कोई भी अपनी गाड़ी लेकर सड़क पर नहीं निकल सकता था. आम लोगों को सड़कों पर निकलने की इजाजत नहीं थी. मीडिया को स्टेडियम तक पहुंचने के लिए पास जारी किए गए थे.

लाल किले से पीएम मोदी के संबोधन पर क्या बोले लोग?

संवाददाता शादाब मोइज़ी ने कुछ स्थानीय लोगों से बातचीत कर जानना चाहा कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से पीएम मोदी ने कश्मीर को लेकर जो कहा उस पर उनका क्या रिएक्शन है. इस पर कश्मीर के लोगों ने कहा-

जब तक हम घरों में बंद हैं, तब तक हम क्या रिएक्शन दे सकते हैं. अगर हमें घरों में बंद करके ये कहा जा रहा है कि हम सुकून से हैं...खुश हैं... तो ये सही नहीं है.  

स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर सरकार हमारा भला चाहती थी, तो उन्हें हम से बात करनी चाहिए थी. सरकार को कश्मीर के लोगों को कम्यूनिकेशन का जरिया देना चाहिए था. तब पता चलता कि कश्मीरी लोग सरकार के फैसले से खुश हैं या नहीं.

लाल चौक पर तिरंगा फहराने पहुंचे थे लोग

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद पहले स्वतंत्रता दिवस पर महाराष्ट्र, कोलकाता और उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों से लोग श्रीनगर पहुंचे थे. ये लोग नारेबाजी के साथ लाल चौक पर तिरंगा फहराने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान लाल चौक पर झंडा फहराने की कोशिश कर रहे कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया.

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कराल में हिरासत में लिया गया पत्रकार

ग्रेटर कश्मीर न्यूजपेपर के एक जर्नलिस्ट आरिफ अमीन मलिक को स्टेट पुलिस ने बुधवार रात कराल से हिरासत में ले लिया था. आरिफ के पिता ने बताया कि पुलिस ने अब तक उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी है, कि उनके बेटे को हिरासत में क्यों लिया गया. आरिफ अमीन को फिलहाल कराल पुलिस स्टेशन में ही रखा गया है.

प्रिंसिपल सेक्रेटरी रोहित कंसल ने गुरुवार शाम स्वतंत्रता दिवस पर कश्मीर के हालातों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस दौरान जब उनसे जर्नलिस्ट की हिरासत को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है.

टेलिफोन और इंटरनेट बैन होने से पब्लिक परेशान

कश्मीर पर सरकार के फैसले को दस दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक फोन और इंटरनेट सेवा को बहाल नहीं किया गया है. कम्यूनिकेशन को लेकर लोगों को बहुत परेशानी हो रही है. लोकल मीडिया की परेशानी ये है कि फोन और इंटरनेट पर बैन होने की वजह से वे स्टोरी फाइल नहीं कर पा रहे हैं.

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Published: 15 Aug 2019,08:40 PM IST

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