मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019PM मोदी का बयान, कांग्रेस के घोषणा-पत्र में संपत्ति बंटवारे की बात, क्या है सच्चाई?

PM मोदी का बयान, कांग्रेस के घोषणा-पत्र में संपत्ति बंटवारे की बात, क्या है सच्चाई?

PM Modi: क्या कांग्रेस ने मेनिफेस्टो में कहा महिलाओं के सोने की जांच कर उसे समान रूप से वितरित करेगी?

आश्रुति पटेल
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>PM मोदी का बयान, कांग्रेस के घोषणा-पत्र में संपत्ति बांटने की बात, क्या है सच्चाई?</p></div>
i

PM मोदी का बयान, कांग्रेस के घोषणा-पत्र में संपत्ति बांटने की बात, क्या है सच्चाई?

(फोटो: क्विंट हिंदी)

advertisement

Congress Manifesto: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले राजस्थान के बांसवाड़ा और टोंक में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुसलमानों को लेकर टिप्पणी की, जिससे विवाद खड़ा हो गया है. प्रधानमंत्री ने राजस्थान के टोंक में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी दलितों और पिछड़ों का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना चाहती है. इसके साथ ही उन्होंने रैली में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा "आपको पता होगा कि उन्होंने मेनिफेस्टो में लिखा है कि आपकी संपत्ति का सर्वे करेंगे. हमारी माता-बहनों के पास जो स्त्री धन होता है, जो मंगलसूत्र होता है, उसका सर्वे करेंगे."

पीएम के सभी बयान में सबसे अधिक चर्चा कांग्रेस के घोषणापत्र की हो रही है, जिसको लेकर ये तमाम बातें कही गईं हैं. हम आपको बताएंगे कि असल में कांग्रेस के घोषणापत्र में है क्या? पीएम मोदी ने इसका क्या मतलब जनता को समझाया और कैसे ये दोनों बातें एक दूसरे से अलग हैं.

पहले जान लें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस मेनिफेस्टो से संबंधित क्या-क्या बयान दिया?

बांसवाड़ा से लेकर टोंक में क्या बोले पीएम?

पीएम मोदी ने 21 अप्रैल को जिस बांसवाड़ा में रैली को संबोधित किया है, वो आदिवासी बहुल इलाका है. गरीबी और अशिक्षा यहां चरम पर है.

पीएम ने राजस्थान के बांसवाड़ा में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के एक पुराने भाषण का जिक्र करते हुए मुसलमानों पर टिप्पणी की, जिसकी अब आलोचना हो रही है.

उन्होंने अपने भाषण में कांग्रेस के मेनिफेस्टो में दर्ज सामाजिक न्याय को टारगेट किया और कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार आएगी तो वो आपका पैसा मुसलमानों में बांट देंगे.

प्रधानमंत्री ने कहा..

''कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में कहा है सरकार बनी तो हर एक की प्रॉपर्टी का सर्वे किया जाएगा. हमारी बहनों के पास सोना कितना है उसकी जांच की जाएगी. हिसाब लगाया जाएगा. हमारे आदिवासी परिवारों में चांदी होती है, सिल्वर कितना है उसका हिसाब लगाया जाएगा. सरकारी मुलाजिमों के पास कितना पैसा है, नौकरी किस जगह है उसकी जांच की जाएगी. इतना ही नहीं, आगे क्या कहा है ? जो गोल्ड है बहनों का और जो संपत्ति है, ये सबको समान रूप से वितरित कर दी जाएगी. क्या ये आपको मंजूर है क्या?"
नरेंद्र मोदी
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

प्रधानमंत्री ने टोंक की रैली में अपने बयान में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के एक भाषण का जिक्र किया. उन्होंने अपनी सुविधानुसार उस बयान को आधे-अधूरे संदर्भों में जनता को समझाते हुए दावा किया कि पूर्व पीएम ने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है, इसलिए कांग्रेस जब भी आएगी, मुसलमानों को संपत्ति बांट देगी.

''ये (कांग्रेस) अपने मेनिफेस्टो में महिलाओं के मंगलसूत्र छीनने की बात कर रहे हैं. इनकी सरकार ने पहले ही कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है. इसका मतलब कि ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे? जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंगे, घुसपैठियों को बांटेंगे. क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंजूर है ये?''

PM यहीं नहीं रुके, उसके बाद की अपनी रैलियों में भी लगातार यही सब बातें वो दोहराते रहे हैं. अलीगढ़ में हुई रैली में उन्होंने कुछ इसी तरह की बातें कहीं.

'कांग्रेस के शहजादे ने कहा है कि उनकी सरकार आई तो वो ये जांच करेंगे कि कौन कितना कमाता है, किसके पास कितनी प्रॉपर्टी है? वो कहते हैं कि सरकार इस संपत्ति को अपने कब्जे में लेकर सबको बांट देगी. अब इनकी नजर कानून बदलकर, आपके मंगलसूत्र पर है.''
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

इसके बाद टोंक में हुई रैली में भी पीएम इन बातों का जिक्र करते हुए कहते हैं कि उन्होंने कांग्रेस का पर्दाफाश किया है.

 कांग्रेस के घोषणापत्र में संपत्ति का बंटवारा और धन को लेकर क्या?

कांग्रेस के घोषणापत्र के 'हिस्सेदारी न्याय' के एक वादे से जुड़ा हुआ है. कांग्रेस ने अपने वादे में कहा है कि अगर उनकी सरकार आती है तो वो 'आर्थिक सामाजिक जाति जनगणना करवाएंगे और प्राप्त आंकड़ों के आधार पर स्थिति में बेहतरी लाने की कोशिश करेंगे'.

कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में विशेष रूप से अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग पर ध्यान केंद्रित किया है.

Photo: INC website 

आर्थिक आधार पर किए जाने वाले इसी सर्वे को मुद्दा बना कर PM मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा और इसे आम लोगों की धार्मिक पहचान से जोड़ दिया. हालांकि, कांग्रेस के पूरे घोषणा पत्र में कहीं भी ऐसा कोई जिक्र नहीं मिलता है, जिसका आम लोगों की संपत्ति से कोई सरोकार हो.

कांग्रेस आर्थिक भेदभाव के मुद्दे पर बात करती तो दिखती है लेकिन आर्थिक समानता लाने के लिए आम लोगों की संपत्ति को जब्त कर उसे वितरित करने जैसी कोई बात कहती नहीं दिखती है.

कांग्रेस ने अपने पूरे घोषणापत्र में किसी भी तरह के संपत्ति वितरण की कोई बात नहीं कही है. पार्टी ने ये जरूर कहा है कि ''कांग्रेस नीतियों में उपयुक्त बदलाव करके धन और आय के मामले में बढ़ती असमानता का समाधान करेगी.''

कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में आर्थिक समानता के अवसर समान रूप से देने की बात भी की है.

Photo: स्क्रीनशॉट (INC website )

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वो जनता का धन लूट कर उसे मुसलमानों में बांट देगी, जबकि कांग्रेस के घोषणा पत्र में ऐसा कुछ भी नहीं दिखा. कांग्रेस समान भागीदारी का वादा जरूर करती है लेकिन किसी एक पक्ष को लेकर कोई वादा नहीं करती है.

हिस्सेदारी न्याय के प्वाइंट 7 में कांग्रेस ने कहा है कि जिनके पास जमीनें नहीं हैं, उन्हें जमीन वितरित की जाएगी. पर पार्टी ने यह कहीं नहीं कहा है कि जिनके पास है, उनसे लेकर जमीन भूमिहीनों को दी जाएगी. न ही ये कहा गया है कि जिनके पास सोना है, उनसे लेकर दूसरों को दिया जाएगा. न ही ये कहा है कि सरकारी कर्मचारियों की संपत्ति की मॉनिटरिंग की जाएगी.

कांग्रेस ने मेनिफेस्टो में कहा कि जिनके पास जमीनें नहीं हैं, उन्हें जमीन वितरित की जाएगी.

कांग्रेस के मेनिफेस्टो में कहा गया...

''अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग देश की आबादी के लगभग 70% हैं लेकिन अच्छी नौकरियों, अच्छे व्यवसायों और ऊंचे पदों पर उनकी भागीदारी काफी कम है

अगर कांग्रेस के घोषणापत्र के हिस्सेदारी न्याय की बात करें तो उसमें सामाजिक न्याय, अल्पसंख्यक, स्वास्थ्य और वरिष्ठ नागरिक, विकलांग व्यक्ति और LGBTQIA+ के संबंध में बराबर हिस्सेदारी को लेकर तमाम बातें कही गई हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT