मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019बीजेपी शासित राज्यों का जनसंख्या नियंत्रण का प्रयास राजनीति से प्रेरित- शशि थरूर

बीजेपी शासित राज्यों का जनसंख्या नियंत्रण का प्रयास राजनीति से प्रेरित- शशि थरूर

"अगले 20 वर्षों में सबसे बड़ी चुनौती बढ़ती आबादी नहीं,बुजुर्ग होती आबादी के लिए तैयारी करने की होगी -Shashi Tharoor

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p> जनसंख्या नियंत्रण  राजनीति से प्रेरित-Shashi Tharoor</p></div>
i

जनसंख्या नियंत्रण राजनीति से प्रेरित-Shashi Tharoor

(फोटो: PTI)

advertisement

बीजेपी शासित राज्यों के जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) से जुड़े प्रयासों में तेजी के बीच वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने आरोप लगाया है कि बीजेपी का इस मुद्दे को उठाना राजनीति से प्रेरित है और इसका मकसद एक 'विशेष समुदाय' को निशाना बनाना है.

ये बात उन्होंने PTI को दिये अपने इंटरव्यू में कही. पूर्व केंद्रीय मंत्री थरूर ने कहा कि भारत के लिए अगले 20 वर्षों में सबसे बड़ी चुनौती बढ़ती आबादी नहीं बल्कि बुजुर्ग होती आबादी के लिए तैयारी करने की होगी.

जनसंख्या पर होती बहस पर उन्होंने कहा कि ये बहस "पूरी तरह गलत जगह केंद्रित है" और आधी सदी पुरानी है, क्योंकि भारतीय राज्यों के एक बड़े हिस्से ने प्रजनन के संबंध में रिप्लेसमेंट लेबल को हासिल कर लिया है.

"उनका मकसद पूरी तरह से राजनीतिक और सांप्रदायिक है"

लोकसभा सांसद शशि थरूर ने कहा "यह कोई संयोग नहीं है कि जिन तीन राज्यों में सरकार जनसंख्या नियंत्रण करने की बात कर रही है वह यूपी, असम और लक्ष्यदीप हैं, जहां हर कोई जानता है कि उनके निशाने पर कौन है"

उत्तर प्रदेश और असम में जनसंख्या नियंत्रण पर जोर देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा "हमारी राजनीति के हिंदुत्ववादी तत्वों ने वास्तव में जनसांख्यिकीय मुद्दे का अध्ययन नहीं किया है उनका मकसद पूरी तरह से राजनीतिक और संप्रदायिक है"
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

जनसंख्या नियंत्रण के तेज होते प्रयास

बता दें कि हाल ही में यूपी के राज्य विधि आयोग ने 'यूपी जनसंख्या विधेयक, 2021' का ड्राफ्ट तैयार किया है.असम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जनसंख्या नियंत्रण की जरूरत पर बल दिया है. इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल्ल पटेल ने भी पंचायत चुनाव लड़ने के लिए अधिकतम 2 बच्चों का प्रावधान किया था.

'यूपी जनसंख्या विधेयक, 2021' के ड्राफ्ट में उन लोगों को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित करने का प्रावधान है जिनके दो से अधिक बच्चे हैं और इसमे 'टू चाइल्ड पॉलिसी' का पालन करने वाले लोगों के लिए सुविधाओं का भी प्रस्ताव है.

इसके अलावा संसद के दोनों सदनों के सचिवालयों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ बीजेपी सांसद आगामी मानसून सत्र में 'जनसंख्या नियंत्रण' और 'समान नागरिकता संहिता' पर प्राइवेट मेंबर बिल लाने के लिए तैयार हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT