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इस हफ्ते ट्रेन दुर्घटनाओं की खबरों के बीच कुछ झूठे और भ्रामक दावे भी वायरल हुए. देश के बाहर के कुछ विजुअल्स को भारत की ट्रेन दुर्घटना का बताकर शेयर किया गया. भ्रामक दावे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, BSNL और स्वतंत्रता सेनानी सरदार मोहन सिंह को लेकर भी किए गए. एक नजर में जानिए इन सभी दावों का पूरा सच.
दावा किया जा रहा है कि भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने 2013 में 10,183 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था, पर 2023 में उसे 13,356 करोड़ रुपये का बड़ा घाटा हुआ है.
BSNL के 2013 में फायदा होने और 2023 में भारी घाटा होने का दावा झूठा है.
आप हमारी पूरी पड़ताल यहां पढ़ सकते हैं.
सोशल मीडिया पर पीएम मोदी (PM Modi) का एक वीडियो वायरल हो रहा है, इस वीडियो में वह अंनत अंबानी की शादी में शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती से आशीर्वाद लेते हुए दिख रहे हैं.
दावा है कि अंबानी के यहां बैठे दो शंकराचार्य में से एक शंकराचार्य के मोदी जी ने पैर छूकर आशीर्वाद लिया. पर दूसरे शंकराचार्य जो राम मंदिर पर सवाल उठाते रहे और आमंत्रण अस्वीकार किया, राम मंदिर उद्घाटन में भी नहीं गए थे. मोदी जी ने उनकी तरफ पलट कर भी नहीं देखा.
नहीं, यह दावा सही नहीं है. पीएम मोदी ने दोनों शंकरायाचार्य से मुलाकात की थी.
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सोशल मीडिया पर 9 साल पहले मुंबई (Mumbai) में हुई एक ट्रेन दुर्घटना का पुराना वीडियो भ्रामक दावों के साथ वायरल हो रहा है. इस घटना को हाल ही में हुई ट्रेन दुर्घटनाओं से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
यह दावा सही नहीं है. वीडियो मुंबई के चर्चगेट स्टेशन का है. 2015 में हुए ट्रेन एक्सीडेंट के वीडियो को हाल का गलत दावे से शेयर किया जा रहा है.
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दो ट्रेनों के बीच हुए हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि ये वंदे भारत एक्सप्रेस टेन के एक्सीडेंट का वीडियो है.
असल में ये ट्रेन हादसा भारत नहीं चिली का है, जहां एक पैसेंजर ट्रेन, एक कार्गो ट्रेन से जा टकराई थी. चिली में एक पैसेंजर ट्रेन और एक कार्गो ट्रेन के बीच हुए हादसे का वीडियो गलत तरीके से वंदे भारत एक्सप्रेस का बताकर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है.
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सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, दावा किया जा रहा है कि ये सरदार मोहन सिंह (Sardar Mohan Singh) हैं, जिन्होंने दूसरे विश्व युद्ध में जर्मनी के लिए लड़ाई लड़ी थी. दावे में आगे कहा गया है कि युद्ध जीतने के बाद इन्होंने लड़ाई में रंगून में 50 हजार से ज्यादा अंग्रेजी फौज के सैनिकों को मार गिराया जिसके बाद अंग्रेज भारत छोड़कर चले गए.
नहीं, यह दावा सच नहीं है. फोटो में नजर आ रहे शख्स का नाम सरदार मोहन सिंह तो है, लेकिन इनका आजाद हिंद फौज से कोई वास्ता नहीं है, ना ही यह कभी भारतीय सेना का हिस्सा रहे हैं.
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