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रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच चल रही जंग की वजह से यूक्रेन और वहां रह रहे विदेशी देश छोड़ने के लिए बेताब हो गए हैं. यूक्रेन में फंसे बिहार के गोपालगंज के दर्जनों मेडिकल छात्रों की चिंता बढ़ गई है. ये सभी छात्र यूक्रेन के वेस्टर्न सिटी में फंसे हैं उन्होंने वीडियो के जरिए वतन वापसी की मांग की है.
गोपालगंज के मेडिकल छात्र यूक्रेन में भारतीय दूतावास के सामने जमा हो गए हैं और वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं. इन छात्रों में गोपालगंज के तकिया गांव के शाहिल सिद्धिकी, इनकी बहन आलिया जाफिरा, मारवाड़ी मोहल्ला के आकिब अली, आजाद नगर मोहल्ले के रिजवान अली, मीरगंज के आशीष पांडेय, थावे के इमरान अली, मांझागढ़ के गौसुर आजम समेत दर्जनों छात्र शामिल हैं. यूक्रेन का वेस्टर्न सिटी अबतक सुरक्षित था, लेकिन अब वहां भी खतरा बढ़ गया है.
रिजवान ने कहा कि, "हमें कोई मदद नहीं मिल रही है. हम चाहते हैं हमें जल्दी बचाया जाए. हम अपने सासंद आलोक कुमार सुमन से गुजारिश करते हैं और हमारे डीएम साहब डॉ नवल किशोर और बिहार के सीएम नीतीश कुमार और विपक्षी पार्टी के नेता तेजस्वी यादव से गुजारिश करते हैं कि हमें जल्द से जल्द यहां से निकाला जाए."
रिजवान ने आगे कहा कि "सभी छात्रों को जल्द से जल्द निकाला जाए, यहां कभी भी कुछ भी हो सकता है किसी की भी जान जा सकती है. एयर इंडिया भी हमसे 60 हजार का किराया वसूल रहा है जबकि किराया केवल 20 हजार है."
इस बीच विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने बताया कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर पॉलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया, हंगरी देशों के विदेश मंत्रियों से बात करेंगे. विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को निकालने में सहायता के लिए टीमों को हंगरी, पॉलैंड, स्लोवाक गणराज्य और रोमानिया में यूक्रेन के जुड़ी सीमाओं पर भेजा जा रहा है.
इनपुट- राजन कुमार
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