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अमेरिका में ‘बाबा का बुलडोजर’ पर विवाद के बाद भारतीय व्यापार संघ ने मांगी माफी

स्वतंत्रता दिवस पर अमेरिका के न्‍यूजर्सी में परेड के दौरान 'बाबा का बुलडोजर' भी नजर आया था.

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<div class="paragraphs"><p>अमेरिका में ‘बाबा का बुलडोजर’ पर विवाद के बाद भारतीय व्यापार संघ ने मांगी माफी</p></div>
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अमेरिका में ‘बाबा का बुलडोजर’ पर विवाद के बाद भारतीय व्यापार संघ ने मांगी माफी

(फोटो: क्विंट)

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15 अगस्त को भारत समेत दुनियाभर में भारतीयों ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया. इस मौके पर अमेरिका (America) के न्यू जर्सी (New Jersey) में भारतीय समुदाय ने स्वतंत्रता दिवस परेड निकाली. इस परेड में 'बाबा का बुलडोजर' (Baba Ka Bulldozer) को भी शामिल किया गया था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. स्वतंत्रता दिवस परेड में 'बाबा का बुलडोजर' को लेकर कई लोगों ने आपत्ति भी जताई थी. वहीं अब इस मामले में भारतीय व्यापार संघ ने माफी मांगी है.

उप्साला यूनिवर्सिटी (Uppsala University) के प्रोफेसर अशोक स्वैन (Ashok Swain) ने ट्वीट किया, "भारी आलोचना के कारण, इंडियन बिजनेस एसोसिएशन ने अंततः अमेरिका के न्यू जर्सी में भारत की स्वतंत्रता दिवस परेड के दौरान बुलडोजर को शामिल करने के लिए एडिसन एंड वुडब्रिज के मेयरों से माफी मांगी है. यह माफी महज एक तमाशा है-इन लोगों की दुकानों का बहिष्कार करने की जरूरत है."

भारतीय व्यापार संघ ने मांगी माफी

एडिसन के मेयर सैम जोशी और वुडब्रिज के मेयर जॉन मैककॉर्मैक को लिखे पत्र में भारतीय व्यापार संघ ने माफी मांगते हुए कहा कि, "भारतीय स्वतंत्रता दिवस परेड 2022 के कुछ पहलुओं को लेकर हम माफी मांगते हैं, जिससे भारतीय अमेरिकी अल्पसंख्यक समूह, विशेष रूप से मुस्लिमों का अपमान हुआ है."

इसके साथ ही पत्र में कहा गया है कि दुर्भाग्य से परेड में झांकियों के बीच एक बुलडोजर था जो एक विभाजनकारी प्रतीक है जो की हमारे मिशन के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है.

इसके साथ ही पत्र में कहा गया है कि हमारी परेड कभी भी राजनीति के बारे में नहीं होनी चाहिए और कभी भी इन स्पष्ट विभाजनकारी प्रतीकों को शामिल नहीं करना चाहिए. हमारी परेड से हमारी पहचान देश के दो सबसे अच्छे शहरों में रहने वाले दक्षिण एशियाई के रूप में होनी चाहिए.

इंडियन बिजनेस एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रकांत पटेल ने पत्र में आगे कहा कि, भविष्य में इस तरह के प्रतीकों को परेड में शामिल नहीं करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. हम दक्षिण एशिया के विभिन्न समूहों के साथ मिलकर काम करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि न्यूज जर्सी में हमारी परेड सर्वश्रेष्ठ बनी रहे.

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