दुनिया का सबसे खतरनाक और बेहतरीन लड़ाकू हेलिकॉप्टर अपाचे अब भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ा रहा है. मंगलवार को 8 अपाचे हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो गए. अमेरिकी एरोस्पेस कंपनी बोइंग ने इस हेलिकॉप्टर की डिलीवरी की है. एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ ने इन 8 अपाचे हेलिकॉप्टर्स को वायुसेना में शामिल किया.
अपाचे हेलिकॉप्टर की एक खासियत है कि इसे किसी भी हालात में उड़ाया जा सकता है. यह दिन और रात में उड़ान भरने में सक्षम है. अमेरिकी सेना रात में भी कई मिशनों में इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर चुकी है. इसके अलावा बारिश हो या फिर क्लाउडी वेदर, हर हालात में अपाचे दुश्मन को सबक सिखा सकता है.
अपाचे हेलिकॉप्टर किसी आम हेलिकॉप्टर के मुकाबले काफी तेज रफ्तार से उड़ान भरता है. इसकी रफ्तार इस पर लगे डबल इंजन से मिलती है. अपाचे 284 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से उड़ सकता है. साथ ही इसमें दो पायलट होते हैं.
अपाचे हेलिकॉप्टर को दुश्मन के लिए इसलिए भी खतरनाक माना जाता है क्योंकि इसमें कई खूबियां ऐसी हैं जो दुश्मन के ठिकानों का नामों निशान मिटा सकती हैं. इस हेलिकॉप्टर में एडवांस वेपन सिस्टम लगा हुआ है. जिसमें लेजर गाइडेड हेलफायर मिसाइल, 70mm रॉकेट और 30mm ऑटोमेटिक कैनन गन शामिल है.
इस हेलिकॉप्टर की एक खासियत ये भी है कि इसमें दुश्मन के इलाके में छिपकर घुसने की क्षमता है. बिना ज्यादा आवाज किए ये हेलिकॉप्टर दुश्मन के काफी करीब पहुंच जाते हैं और फिर मौका मिलते ही दुश्मन के ठिकानों को तबाह कर देते हैं. इसमें ऐसा लेजर और इंफ्रारेड सिस्टम लगाया गया है जिससे किसी भी टारगेट पर सटीक निशाना लगाया जा सकता है.
भारतीय वायुसेना में शामिल करने से पहले अपाचे हेलिकॉप्टर के सामने पूजा-अर्चना भी की गई. जिसके बाद वायुसेना के सभी प्रोटोकॉल पूरे करते हुए इन हेलिकॉप्टर्स को बेडे़ में शामिल कर लिया गया.
इस मौके पर एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा कि यह दुनिया का सबसे तेज अटैक हेलिकॉप्टर्स में से एक है. यह कई मिशनों में काम करने के लिए सक्षम है. बता दें कि भारत ने अमेरिकी एरोस्पेस कंपनी बोइंग के साथ 4168 करोड़ रुपये में कुल 22 हेलिकॉप्टर का सौदा किया था. अगले साल तक सभी हेलिकॉप्टर भारत को मिल जाएंगे.
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