advertisement
IPL Auction 2022 : टाटा आईपीएल 2022 (Tata IPL 2022) यानी इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (TATA Indian Premier League 2022) की मेगा नीलामी (Mega Auction) के बाद फैन्स के बीच अपनी-अपनी पसंदीदा टीम की ताकत, कमजोरी और संभावित प्लेइंग इलेवन की चर्चा गरम होने लगी है. ऐसे में हम आईपीएल इतिहास की सबसे मजबूत टीमों से एक चेन्नई सुपर किंग्स के सभी पहलुओं के सवालों के जवाब फैन्स को दे रहे हैं...
IPL 2022 मेगा ऑक्शन के पहले जब चेन्नई सुपर किंग्स CSK ने अपनी रिटेंशन जारी की थी तब उस सूची ने चौंकाने का काम नहीं किया था. क्योंकि उस लिस्ट में रवीन्द्र जड़ेजा और मोइन अली जैसे टॉप क्लास के ऑलराउंड थे, जिन्होंने खासतौर पर 2021 सीजन में प्रभावी प्रदर्शन किया था. इसमें रितुराज गायकवाड़ का नाम था जो पिछले सत्र के ऑरेंज कैप होल्डर थे और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को रिटेन किया गया था.
सुरेश रैना, दूसरा एक ऐसा नाम रहा जो वर्षों से सीएसके का पर्याय बन गया था, लेकिन इस बार भाग्य उनके साथ नहीं रहा. इस टूर्नामेंट का एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी, चिन्ना थाला रैना IPL 2022 मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड रहे. उनको कोई खरीददार नहीं मिला, किसी भी टीम ने उन पर दांव नहीं लगाया. हालांकि उन्होंने IPL 2020 से अपना नाम वापस ले लिया था और 2021 का सत्र उनके लिए खराब रहा था. इसी दौरान मोइन अली ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए गेंद से भी सराहनीय योगदान दिया.
इस बार के मेगा ऑक्शन में भी CSKअपने ज्यादातर पुराने साथियों पर विश्वास जताते हुए उनके लिए नीलामी में अड़ी रही. उन्होंने पर्स से दीपक चाहर पर 14 करोड़ रुपये लुटाए और चाहर को ईशान किशन के बाद इस मेगा ऑक्शन का दूसरा सबसे महंगा प्लेयर बनाया. यह रकम (14 करोड़ रुपय) उस राशि से दो करोड़ रुपये ज्यादा है, जितनी धोनी के लिए चेन्नई सुपर किंग्स और जसप्रीत बुमराह के लिए मुंबई इंडियन्स चुकाती है.
इसी बार की मेगा नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने 6.75 करोड़ रुपये चुकाते हुए अंबती रायडू को अपने स्क्वॉड में शमिल किया, IPL 2021 में 150 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट वाले सात प्लेयर्स में रायडू का नाम शामिल हैं. चेन्नई ने उथप्पा पर भी दांव लगाया. ड्वेन ब्रावो को उन्होंने फिर से अपनी टीम में शामिल किया, ब्रावो ने पिछले सीजन में अपने सीपीएल CPL स्पेल के बाद आईपीएल IPL में अपना दबदबा बनाया था.
IPL 2021 का फाइनल खेलने वाली CSK की प्लेइंग XI में से 8 खिलाड़ी अभी भी स्क्वॉड में मौजूद हैं. हालांकि उन्हें पिछले सीजन के तीन स्टार प्लेयर्स को छोड़ना पड़ा, ये नाम फाफ डु प्लेसिस, जोश हेजलवुड और शार्दुल ठाकुर हैं.
डु प्लेसिस और हेजलवुड की जगह भरने के लिए CSK ने डेवोन कॉनवे और एडम मिल्ने को अपने साथ जोड़ा. कॉनवे, डुप्लेसिस नहीं हैं, लेकिन 20 अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैचों में 139 की स्ट्राइक रेट के साथ वे 30 की उम्र में भी यंग हैं. उथप्पा और रायडू की तरह वे उनके पास भी विकेट कीपिंग करने की अतिरिक्त क्षमता है.
वहीं मिल्ने भले ही हेजलवुड की तरह घातक नहीं हैं, लेकिन नि:संदेश वे काफी तेज हैं. वह इससे पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर RCB और मुंबई इंडियंस MI के लिए भी खेल चुके हैं
यदि ब्रावो सभी खेल खेलने में असमर्थ रहते हैं, तो ऐसे में चेन्नई क्रिस जॉर्डन या ड्वेन प्रीटोरियस की ओर रुख कर सकती है. या फिर पिच के आधार पर मिशेल सेंटनर को बुला सकती है. कुल मिलाकर सही मायने में देखें तो चेन्नई सुपर किंग्स CSK पिछले साल का फाइनल जीतने वाली लगभग पूरी प्लेइंग XI को फिर से बनाने, या कम से कम उसकी प्रतिकृति बनाने में कामयाब होते दिख रहे हैं. पिछले साल की CSK कोई साधारण टीम नहीं थी. वह ऑल राउंडर्स की बिग्रेड थी, जिसमें जड़ेजा, ब्रावो, चाहर जैसे नाम विशेष रहे. इन्होंने टीम को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में गहराई प्रदान की, जिससे यह टीम सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक बनी.
चेन्नई सुपर किंग्स को शार्दुल ठाकुर का विकल्प नहीं मिल पाया, जिन्होंने फाइनल में बतौर 11वां खिलाड़ी अहम भूमिका निभाई थी. ठाकुर और चाहर को 2021 में बल्ले से योगदान देने की आवश्यकता नहीं थी, इसलिए यह तर्क दिया जा सकता है कि उनमें से एक को गेंदबाज से बदला जा सकता है, भले ही वह रैंक टेल-एंडर हो. दुर्भाग्य से CSK ठाकुर के अनुभव या क्षमताओं के साथ एक भारतीय गेंदबाज नहीं ढूंढ पायी है. टीम के मुख्य बैकअप गेंदबाज जॉर्डन, सेंटनर और महेश थीक्षाना सभी विदेशी क्रिकेटर हैं.
बेशक, CSK अंतर्राष्ट्रीय गेंदबाज को लाने के लिए कहीं और बदलाव कर सकती है. टीम को जब घरेलू सितारों सी. हरि निशांत और एन. जगदीशन में से किसी को अंदर करना होगा तब कॉनवे को बाहर करना पड़ेगा. टीम को यह भी देखना होगा कि हरि निशांत और जगदीशन दोनों का स्ट्राइक रेट 125 के अंदर है, जबकि पावर प्ले ओवरों के दौरान बल्लेबाजी का प्रभावित होना तय रहता है.
अगर भारतीय पेसर के संदर्भ में बात करें तो 2018 में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले मध्यम गति के तेज गेंदबाज के.एम. आसिफ अपनी क्षमता पर कभी खरे नहीं उतरे.
इस लेवल पर तुषार देशपांडे की गति ने उनकी अनुशासनहीन गेंदबाजी की कभी क्षतिपूर्ति नहीं की है. शिवम दुबे का मुख्य कौशल बल्लेबाजी है, इस तथ्य के बावजूद कि वह गेंदबाज हैं.
इस समय सबसे अधिक संभावित विकल्प राजवर्धन हैंगरगेकर हैं, जो हाल ही में अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सितारों में से एक हैं. वे एक सटीक मध्यम तेज गेंदबाज होने के साथ-साथ एक शानदार हिटर भी हैं, इन्होंने अंडर -19 एकदिवसीय मैचों में 184 की स्ट्राइक रेट से बैटिंग की है. हो सकता है कुछ टीमों ने उन्हें गहराई में न उतारा हो लेकिन चूंकि यह चेन्नई सुपर किंग्स है इसलिए शायद वे ठीक ऐसा ही करना चाहेंगे.
चेन्नई सुपर किंग्स की संभावित प्लेइंग XI और पूरी स्क्वॉड की बात करें तो वे कुछ इस तरह है :
संभावित प्लेइंग XI :
रितुराज गायकवाड़, डेवोन कॉनवे, मोइन अली, रॉबिन उथप्पा, अंबाती रायुडू, एम.एस. धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), रवीन्द्र जडेजा, ड्वेन ब्रावो, राजवर्धन हैंगरगेकर, दीपक चाहर, एडम मिल्ने.
चेन्नई सुपर किंग्स फुल स्क्वॉड :
एम.एस. धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), अंबाती रायुडू (विकेटकीपर), डेवोन कॉनवे (विकेटकीपर), एन. जगदीशन (विकेटकीपर), रॉबिन उथप्पा (विकेटकीपर), मोइन अली, रवीन्द्र जडेजा, रितुराज गायकवाड़, सुभ्रांशु सेनापति, सी. हरि निशांत, दीपक चाहर, के. एम. आसिफ, तुषार देशपांडे, महेश थीक्षाना, सिमरजीत सिंह, मुकेश चौधरी, ड्वेन ब्रावो, शिवम दुबे, राजवर्धन हैंगरगेकर, ड्वाइन प्रिटोरियस, मिशेल सेंटनर, एडम मिल्ने, प्रशांत सोलंकी, क्रिस जॉर्डन, भगत वर्मा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)