advertisement
कैमराः मुकुल भंडारी
वीडियो एडिटरः दीप्ती रामदास
19 दिसंबर को कोलकाता में लगेगी खिलाड़ियों की बोली. वक्त है IPL Auction का. IPL 2020 की नीलामी के लिए 997 क्रिकेटर्स ने रजिस्टर किया और सिर्फ 332 ही फाइनल लिस्ट में शामिल हुए, लेकिन सभी 8 टीमों में सिर्फ 73 खिलाड़ियों के लिए ही जगह बाकी है.
इनमें से 7 खिलाड़ियों का बेस प्राइस सबसे ज्यादा 2 करोड़ रुपये है. 12 खिलाड़ियों को रिलीज करने के बाद RCB को सबसे ज्यादा खिलाड़ियों की जरूरत है.
IPL के 13वें सीजन की नीलामी से पहले बहुत से नंबर्स सुनने को मिल रहे हैं. सिर्फ 6 प्वाइंट्स आप नीलामी के दिन अहम साबित होने वाले कुछ नंबर्स का गेम समझ सकते हैं-
रिटेंशन विंडो बंद होने के बाद RCB के पास 13 खिलाड़ी बचे हैं. बेैंगलोर ने शिमरोन हेटमायर, मार्कस स्टोयनिस समेत 12 खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया था. अब ऑक्शन में सबसे ज्यादा खिलाड़ियों की जरूरत भी उन्हें ही होगी, लेकिन बजट कुछ कम दिख रहा है. जितने खिलाड़ियों को RCB ने रिलीज किया, उससे ज्यादा रकम उनको हासिल नहीं हुई.
कारण- IPL का सबसे महंगा खिलाड़ी विराट कोहली इसी टीम में है. अब अकेले कोहली की कीमत ही 17 करोड़ है. फिर 11 करोड़ के AB DeVilliers भी हैं. तो कुल मिलाकर 13 खिलाड़ियों पर ही 57 करोड़ से ज्यादा लगे हुए हैं. अब बचे हुए 27.90 करोड़ में उन्हें बचे हुए 12 खिलाड़ी खरीदने होंगे. टीम के पास सिर्फ 2 विदेशी खिलाड़ी हैं- डिविलियर्स और मोईन अली. यहां भी RCB को काफी सोचना होगा.
भारत के खिलाफ वेस्टइंडीज के हेटमायर ने शानदार प्रदर्शन किया है, ऐसे में बैंगलोर की टीम एक बार फिर उनके पीछे जा सकती है. साथ ही टीम को एक बेहतरीन तेज गेंदबाज की जरूरत भी है, जो डेथ ओवर्स में टीम के लिए रन बचा सके.
ये है किंग्स इलेवन पंजाब का बजट. सभी टीमों में सबसे ज्यादा और टीम को चाहिए सिर्फ 9 खिलाड़ी. इस फ्रेंचाइजी ने अपने कप्तान आर अश्विन को दिल्ली के साथ ट्रेड किया था और लंबे समय से टीम में रहे डेविड मिलर को रिलीज कर दिया था. मिलर पिछले 2 सीजन में कोई भी बड़ा कमाल नहीं कर पाए थे.
तो ये तय है कि पंजाब ऑक्शन में काफी खर्चा करने वाला है. टीम ने सैम कुरैन और वरुण चक्रवर्ती को रिलीज कर दिया था, जिनसे उन्हें 15.6 करोड़ रुपये हासिल हुए. सिर्फ यही टीम है जिसका बजट (42.70 करोड़) उनके खर्च (42.30 करोड़) से ज्यादा है.
किंग्स इलेवन को सबसे ज्यादा जरूरत एक कप्तान की होने वाली है. टीम के कप्तान अश्विन जा चुके हैं और मौजूदा सिस्टम में कोई ऐसा खिलाड़ि दिख नहीं रहा, तो कप्तानी के लिहाज से मोर्चा थामता हुआ दिखे. साथ ही अश्विन के जाने के बाद टीम को एक अनुभवी गेंदबाज की जरूरत भी रहेगी.
एक और खराब सीजन और KKR ने 11 खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया. ब्रैंडन मैक्कलम टीम को टीम का हेड कोच बनाया गया और उसके बाद से कार्लोस ब्रैथवेट, क्रिस लिन, रॉबिन उथप्पा जैसे खिलाड़ियों को रिलीज किया गया.
इनमें से कुछ फैसले शायद भारी पड़ सकते हैं, क्योंकि उन्हें एक नए ओपनर की जरूरत पड़ने वाली है. क्रिस लिन का प्रदर्शन पिछले सीजन में अच्छा नहीं रहा था. ऐसे में टीम को अच्छे ओपनर के लिए भारी खर्चा करना पड़ सकता है.
उनका ऑक्शन पर्स यानी बजट 35.65 करोड़ है और कम से कम 4 विदेशी खिलाड़ी खरीदने होंगे. तो वो इस ऑक्शन में काफी बिजी रहने वाले हैं.
ये दो ऐसे खिलाड़ियों की सैलरी है, जिन्हें दिल्ली कैपिटल्स ने ऑक्शन से पहले ही दूसरी फ्रेंचाइजी से खरीद लिया था. उन्होंने पंजाब से कप्तान आर अश्विन और राजस्थान से पूर्व कप्तान अजिंक्य रहाणे को शामिल किया.
अश्विन 2020 के t20 वर्ल्ड कप में जगह बनाने की आखिरी कोशिश करेंगे. दिल्ली की टीम ने पिछले सीजन में अच्छा प्रदर्शन किया था और अश्विन का अनुभव दिल्ली के लिए अहम साबित हो सकता है, लेकिन टीम को कुछ अच्छे खिलाड़ी भी लेने होंगे.
दिल्ली के पास 27.85 करोड़ रुपये हैं. दिल्ली के पास सिर्फ 3 विदेशी खिलाड़ी हैं- कगिसो रबाडा, कीमो पॉल और संदीप लमिछाने. ऐसे में उन्हें कुछ विदेशी खिलाड़ियों को टीम में शामिल करना होगा और टीम के बजट पर ये भारी पड़ सकता है.
चेन्नई (14.60 करोड़), मुंबई (13.05 करोड़) और हैदराबाद (17 करोड़) की टीमों को मिलाकर 19 खिलाड़ियों की जगह खाली है. मुंबई के युवराज सिंह और सनराइजर्स के शाकिब अल हसन को मजबूरी में रिलीज करना ही पड़ा. वैसे भी दोनों ने पिछले सीजन में कुछ खास नहीं किया था.
इन तीनों टीमों के पास सबसे कम बजट है, लेकिन इनकी जरूरतें भी ज्यादा नहीं है. लीग की सबसे सफल टीम मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स ने ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं और अपनी कोर टीम को बरकरार रखा है. वहीं हैदराबाद ने पिछले सीजन में प्ले-ऑफ तक पहुंचने वाली टीम के ज्यादातर सदस्यों पर भरोसा दिखाया है.
इन टीमों को कुछ जगहों को भरने की जरूरत है. ऐसे में ऑक्शन में ये दूसरों का खेल बिगाड़ेंगे या अपने काम से काम रखेंगे, ये देखना मजेदार रहेगा.
ये सबसे अहम नंबर है, क्योंकि ये है कुछ खिलाड़ियों का बेस प्राइस, जो नीलामी में सबसे ज्यादा है. इनमें से कुछ के लिए तो जबरदस्त बोली लगेगी और कुछ शायद मायूस ही रह जाएंगे.
क्रिस लिन, ग्लेन मैक्सवेल, पैट कमिंस, जॉश हेजलवुड, मिचेल मार्श, डेल स्टेन और एंजेलो मैथ्यूज 2 करोड़ वाले खिलाड़ी हैं. जबकि जेसन रॉय, क्रिस वोक्स, ऑयन मॉर्गन, क्रिस मॉरिस और रॉबिन उथप्पा ने बेस प्राइस 1.5 करोड़ तय किया है. उथप्पा सबसे ज्यादा बेस प्राइस वाले भारतीय खिलाड़ी हैं.
ये याद रखना जरूरी है कि ये आखिरी छोटी ऑक्शन है. क्योंकि अगले साल हर टीम सिर्फ 5 खिलाड़ी रिटेन कर पाएगी और बाकी सब फिर से ऑक्शन में शामिल होंगे. ऐसे में हर टीम सिर्फ एक सीजन को ध्यान में रखकर ही नीलामी की रणनीति तैयार करेगी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)