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Twitter में एलन मस्क की एंट्री, छंटनी की आशंका से टेंशन में कर्मचारी

Elon Musk की कंपनी टेस्ला पर नस्लवाद, महिला कर्मचारियों के यौन उत्पीड़न का मुकदमा चल रहा है

अजय कुमार पटेल
टेक्नोलॉजी
Updated:
<div class="paragraphs"><p>Elon Musk की Twitter में एंट्री के बाद कर्मचारी टेस्ला की खबरों से डरे हुए हैं?</p></div>
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Elon Musk की Twitter में एंट्री के बाद कर्मचारी टेस्ला की खबरों से डरे हुए हैं?

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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दिग्गज बिजनेसमैन एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर (Twitter) की डील फाइनल कर ली है. रिपोर्ट्स के मुताबिक अब मस्क सोशल नेटवर्क कंपनी ट्विटर के मालिक बन गए हैं. हाल ही में मस्क ट्विटर के सैन फ्रांसिस्को स्थित हेडक्वॉर्टर पहुंचे थे, जहां उन्होंने कंपनियों के कर्मचारियों से बात भी की थी. कुछ दिनों पहले एक रिपोर्ट आई थी जिसके मुताबिक टेकओवर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मस्क ट्विटर के 75 फीसदी कर्मचारियों को निकाल देंगे. रिपोर्ट्स बता रही हैं कि मालिक बनने के बाद ही ट्विटर के सीईओ CEO पराग अग्रवाल, सीएफओ CFO नेड सेगल और लीगल अफेयर-पाॅलिसी हेड को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. ट्विटर के कर्मचारी डरे हुए हैं, विरोध कर रहे हैं और ऐसा इसलिए है क्योंकि मस्क की बाकी कंपनियों ने भी कई बार अपना दर्द बयां किया है.

मस्क की ENTRY : सीईओ, सीएफओ और लीगल अफेयर-पॉलिसी हेड हुए EXIT

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ट्विटर में एंट्री करने के बाद मस्क ने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल, सीएफओ नेड सेगल, लीगल अफेयर-पॉलिसी हेड विजया गाड्डे और जनरल काउंसल सीन एडगेट को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. पराग अग्रवाल, नेड सेगल, विजया गाड्डे समेत ट्विटर के शीर्ष अधिकारी एलन मस्क के लंबे समय से निशाने पर थे. पराग अग्रवाल और अन्य अधिकारियों को हटाए जाने को लेकर अमेरिकी मीडिया का कहना है कि वे सैन फ्रांसिस्को स्थित ट्विटर मुख्यालय छोड़कर चले गए हैं और दफ्तर नहीं आ रहे हैं.

न्यूयॉर्क टाइम्स, सीएनएन और वॉशिंगटन पोस्ट ने भी सूत्रों के हवाले से ये खबर दी है.

वॉशिंगटन पोस्ट के टेक रिपोर्टर फैज सिद्दिक ने ट्वीट किया है कि पराग अग्रवाल, नेड सीगल और विजया गडे को मस्क ने नौकरी से हटा दिया है.

ट्विटर की ओर फिलहाल इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन ट्विटर के सह-संस्थापक बिज स्टोन ने एक ट्वीट में सीईओ पराग अग्रवाल, सीएफओ नेड सीगल और लीगल हेड विजया गडे का धन्यवाद किया है.

मस्क जता चुके हैं 75% कर्मचारियों को हटाने की मंशा, ट्विटर वर्कर का ओपन लेटर 

कुछ दिनों पहले वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार खबर आई थी कि एलन मस्क की ट्विटर में एंट्री के बाद बड़े पैमाने पर कंपनी के कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है. वाशिंगटन पोस्ट ने इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट्स का हवाले से कहा था कि मस्क ट्विटर को खरीदने के बाद कंपनी के 75 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकते हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक मस्क ने अपने संभावित निवेशकों से कहा कि उन्होंने कंपनी के 7500 कर्मचारियों में से लगभग 75 फीसदी को नौकरी से निकालने की योजना बनाई है.

कुछ दिनों पहले रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि चाहे एलन मस्क की डील पूरी हो या न हो. लेकिन आने वाले महीनों में ट्विटर में छंटनी होनी तय है. ट्विटर के मौजूदा मैनेजमेंट ने अगले साल के अंत तक कंपनी के पेरोल में करीब 80 करोड़ डॉलर की कटौती करने का प्लान तैयार किया है. हालांकि, अभी तक इस मुद्दे पर ट्विटर की ओर से किसी भी तरह का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.

इसके बाद कंपनी के कर्मचारियों की ओर से एक खुला पत्र यानी ओपन लेटर सामने आया था, जिसमें कंपनी के 75 प्रतिशत कर्मचारियों को निकालने के मस्क के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई गई थी.

मस्क से ट्विटर कर्मचारियों की गुहार

फोटो : क्विंट हिंदी

मस्क से ट्विटर कर्मचारियों की गुहार

फोटो : क्विंट हिंदी

पत्र में क्या है?

  • ”एलन मस्क की 75 प्रतिशत ट्विटर कर्मचारियों की छंटनी की योजना से ट्विटर की क्षमता को काफी नुकसान होगा.”

  • ”इसके परिमाण लापरवाही भरे हो सकते हैं, जो हमारे प्लेटफॉर्म (ट्विटर) पर हमारे यूजर्स के विश्वास को कमजोर करेगा. यह कर्मचारियों को डराने-धमकाने का एक प्रत्यक्ष काम है. हम लगातार उत्पीड़न और धमकियों के माहौल में अपना काम नहीं कर सकते.”

  • कंपनी के ‘वर्तमान और भविष्य के नेतृत्व’ के लिए मांगों की एक सूची.

  • ”हम मांग करते हैं कि नेतृत्व (नया नेतृत्व) कर्मचारियों के साथ उनकी जाति, लिंग, विकलांगता, यौन अभिविन्यास या राजनीतिक विश्वासों के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा.”

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मस्क से ट्विटर कर्मचारियों की गुहार

क्विंट हिंदी

पत्र में वर्तमान और भविष्य के नेतृत्व से ये मांगें हैं:

सम्मान : हम नेतृत्व से मांग करते हैं कि वह इस प्लेटफार्म और इसके कर्मचारियों का सम्मान करे. वर्तमान कर्मचारियों की संख्या को बनाए रखे.

सुरक्षा : हम मांग करते हैं कि नेतृत्व वर्करों के साथ उनकी जाति, लिंग, विकलांगता, सेक्सुअल ओरिएंटेशन, या राजनीतिक विश्वासों के आधार पर भेदभाव नहीं करे. हम वीजा पर काम करने वाले वर्करों के लिए भी सुरक्षा की मांग करते हैं.

संरक्षण : हम मांग करते हैं कि एलन मस्क स्पष्ट रूप से हमारे लाभों को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हों, जो दोनों विलय समझौते में सूचीबद्ध हैं और नहीं (जैसे रिमोट वर्क). 

गरिमा : हम अपनी कार्य परिस्थितियों के बारे में पारदर्शी, त्वरित और विचारशील संचार की मांग करते हैं. हम मांग करते हैं कि सम्मान के साथ व्यवहार किया जाए, हमारे साथ अरबपतियों द्वारा खेले जाने वाले खेल में केवल मोहरे के रूप में व्यवहार नहीं किया जाए.

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट से वर्करों को राहत

जहां एक ओर कुछ रिपोर्ट्स में छंटनी की खबरें थीं, वहीं बीते दिनों ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट आई, जिसके मुताबिक एलन मस्क ने ट्विटर के कर्मचारियों को बताया कि उनकी ऐसी (75 फीसदी लोगों को निकालने की) कोई योजना नहीं है.  ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार मस्क ने वीडियो कॉन्फ्रेंस कॉल पर बैंकर्स के साथ मीटिंग की थी. इसमें ट्विटर डील को क्लोज करने का वादा किया गया था.

27 अक्टूबर को खुद मस्क ने कुछ ट्वीट किए थे जिसमें उन्हानें ट्विटर हेडक्वॉटर जाने और वहां के कर्मचारियों से बात करने का जिक्र किया था.

ब्लूमबर्ग की इस रिपोर्ट से ट्विटर कर्मचारियों को राहत मिल सकती है, लेकिन इस खबर को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.

मस्क की अन्य कंपनी टेस्ला के कर्मचारी खुश नहीं  

अभी ट्विटर के कर्मचारियों को भविष्य को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं है. लेकिन मस्क की अन्य कंपनी टेस्ला में कर्मचारयों का हाल कुछ ठीक नहीं है. वहां के कर्मचारी खुश नहीं हैं.

एनपीआर डॉट ओआरजी की एक रिपोर्ट के मुताबिक टेस्ला नस्लीय भेदभाव और उत्पीड़न का मुकदमा लड़ रही है. यह मुकदमा कैलिफोर्निया की एक एजेंसी ने 4,000 अश्वेत टेस्ला कर्मचारियों की ओर से दायर किया था.

इसके अलावा कुछ महिलाओं ने इस बात का आरोप लगाते हुए मुकदमा दायर किया है कि टेस्ला ने अपने फ्रेमोंट प्लांट में सेक्सुअल हरासमेंट कल्चर (यौन उत्पीड़न संस्कृति) को बढ़ावा दिया है.

टेस्ला प्लांट में बाथरूम की दीवारों पर नस्लवादी गालियां लिखी जाती हैं. यहां महिला कर्मचारी के साथ काम करने वाले पुरुष सहकर्मी बार-बार उनसे पूछते हैं कि आप शादी-शुदा हैं कि नहीं. महिलाओं पर यौन टिप्पणियां की जाती हैं. उनको दबोचा जाता है. बाहों में जकड़ लिया जाता है. जब महिलाएं एचआर से शिकायत करती हैं तो इसको लेकर कोई कार्यवाई नहीं होती है.

वहीं कोविड महामारी के दौरान जब कोविड प्रसार को रोकने के लिए हर जगह काम रोकने का आदेश दिया गया था जब टेस्ला कंपनी के फ्रेमोंट प्लांट में आदेश के बावजूद कर्मचारियों से काम करवाया जा रहा था.

टेस्ला में इस बात की खबरें भी आ रही हैं कि इस कंपनी में रोबोट मानव कर्मियों की जगह लेंगे.

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Published: 28 Oct 2022,01:11 PM IST

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